Telangana News : CM KCR भगवान वेंकटेश्वर स्वामी कल्याणोत्सवम में होंगे शामिल
सीएम केसआर आज कामारेड्डी जिले में स्थित बिरकुर मंडल के थिम्मापुर में भगवान वेंकटेश्वरम स्वामी कल्याणोत्सवम में भाग लेंगे।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव बुधवार 1 मार्च को बड़े कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाले हैं। सीएम केसआर आज कामारेड्डी जिले में स्थित बिरकुर मंडल के थिम्मापुर में भगवान वेंकटेश्वरम स्वामी कल्याणोत्सवम में भाग लेंगे। आपको बता दें कि सीएम केसीआर इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हेलीकॉप्टर से बांसवाड़ा जाएंगे। जिसके बाद को सड़क मार्ग से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे।
मंदिर में चढ़ाएंगे सोना का मुकुट
सीएम केसीआर मंदिर में पहुंचने बाद भगवान के दर्शन करेंगे। इसके बाद वो श्री तिरुमाला वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में सोने का मुकुट भेंट करेंगे। आपको बता दें कि तिरुमाला वेंकटेश्वर स्वामी को भक्तों ने 2 किलो सोने का मुकुट दान किया है। भगवान के कृप्या इतनी है कि रोजना भक्त इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं। इसके बाद सीएम केसीआर कई स्थानीय कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
मंदिर के लिए 23 करोड़ की दी मंजूरी
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर कृषि, सड़क समेत कई क्षेत्रों के विकास के अलावा भगवान के प्रति राज्य की जनता की आस्था को देखते हुए कई मंदिरों के विकास के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
आपको बता दें कि सीएम केसीआर ने थिम्मापुर में श्री तिरुमाला वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के कायाकल्प के लिए 23 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। जिसमें मंदिर के कई हिस्सों का पहले से बेहतर बनाया जाएगा। सीएम के स फैसले से स्थानीय जनता बहुत खुश है।
आंध्र प्रदेश के तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की तर्ज पर मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए कई विकास कार्य किए जा रहे हैं। इनमें माडा विधुलु, राजगोपुरम, गैलीगोपुरम, यज्ञशाला, कोनेरू, कल्याण कट्टा, 54 सुइट कमरों के साथ गेस्ट हाउस, कल्याण मंडपम जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
पहले भी उठाएं हैं ऐसे कदम
तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने कोंडागट्टू मंदिर के कायाकल्प के लिए 100 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। इसको लेकर 7 फरवरी 2023 को विशेष मुख्य सचिव के रामकृष्ण राव ने आदेश जारी किया था। आपको बता दें कि पहले मंदिर के पास केवल 45 एकड़ जमीन थी। अब इसे बढ़ाकर 378 एकड़ कर दिया गया है क्योंकि जिला कलेक्टर ने चार साल पहले मंदिर को 333 एकड़ सरकारी जमीन सौंपी थी।