वीडियो कॉल पर चला इलाज, 7 साल की उम्मीद टूटी... जुड़वां बच्चों की मौत से महिला की उजड़ गई दुनिया
7 साल बाद, जुड़वां बच्चों की उम्मीद लगाए बैठी कीर्ति की जिंदगी उस वक्त उजड़ गई, जब डॉक्टर की गैरमौजूदगी में नर्सों द्वारा की गई लापरवाही से दोनों बच्चों की मौत हो गई.

तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले के एलीमिनेडु गांव की रहने वाली बट्टी कीर्ति की जिंदगी का सबसे खूबसूरत सपना टूट गया. जब गलत प्रक्रिया ने उसके बच्चों को गोद में लेने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. 7 साल की शादी के बाद IVF के जरिए गर्भवती हुई कीर्ति को जुड़वां बच्चों की उम्मीद थी, लेकिन डॉक्टर की गैरमौजूदगी में नर्सों द्वारा किए गए इलाज ने सब कुछ खत्म कर दिया.
कीर्ति की देखभाल डॉक्टर अनुशा रेड्डी कर रही थी और हाल ही में उन्होंने कीर्ति के गर्भाशय ग्रीवा में ढीलापन देखकर टांके लगाए थे. डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी और कीर्ति को घर भेज दिया. लेकिन एक महीने बाद, अचानक हुए प्रसव पीड़ा के दौरान अस्पताल पहुंची कीर्ति की दुनिया उजड़ गई.
डॉक्टर फोन पर देती रही निर्देश
कीर्ति ने रविवार सुबह 4 बजे तेज प्रसव पीड़ा की शिकायत की. उसे फौरन विजया लक्ष्मी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उस वक्त डॉक्टर अनुशा रेड्डी अस्पताल में मौजूद नहीं थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने वीडियो और ऑडियो कॉल पर नर्सों को निर्देश दिए कि कौन-सी दवाएं देनी है और कौन-से मेडिकल प्रोसीजर अपनाने हैं.
इंजेक्शन लगते ही फट गए टांके
कीर्ति के अनुसार, मेरे पेट में तेज दर्द हो रहा था. फोन पर मुझे इंजेक्शन लेने के लिए कहा गया. मैं घबरा गई, इसलिए हम तुरंत अस्पताल आ गए. डॉक्टर ने फोन पर नर्सों को इलाज के निर्देश दिए. नर्स ने मुझे दो बार चेक किया. फिर मैं ब्लीड करने लगी. जब मेरे बच्चे बाहर आ गए, तब डॉक्टर आई और कहा कि बच्चे मर चुके हैं. डॉक्टर ने मुझे देखा तक नहीं.
जांच में सामने आई लापरवाही
रंगा रेड्डी जिले के जिला मेडिकल और स्वास्थ्य अधिकारी बी वेंकटेश्वर राव ने इस पूरे मामले को अत्यंत गैर-पेशेवर बताया. उन्होंने कहा कि इतनी जटिल स्थिति में डॉक्टर का नर्सों को प्रक्रिया करने देना बेहद लापरवाही भरा है. हम पूरे मामले की जांच करेंगे और रिपोर्ट पुलिस व उच्च अधिकारियों को सौंपेंगे.
पुलिस ने दर्ज किया केस
कीर्ति के परिवार ने डॉक्टर की लापरवाही को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. इस मामले में मेडिकल नेग्लिजेंस की धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है. पुलिस का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.


