मोहब्बत और मौत की जुबानी-एक कुत्ते ने बचाई जान, दूसरा ले गया खेल का सितारा!
उत्तर प्रदेश से सामने आई दो घटनाओं ने इंसान और जानवर के रिश्ते के दो विपरीत रूप दिखाए- एक तरफ एक वफादार कुत्ते की बहादुरी ने सबको भावुक कर दिया, तो दूसरी तरफ एक मासूम मदद किसी की आखिरी गलती साबित हुई.

उत्तर प्रदेश से दो ऐसे मामले सामने आए हैं जिन्होंने इंसानों और जानवरों के रिश्ते को लेकर दो अलग-अलग कहानियां बयां कर दीं. एक ओर जहां एक वफादार कुत्ते ने पूरे परिवार की जान बचाने के लिए जहरीले नाग से लोहा लिया और अपनी जान गंवा दी, वहीं दूसरी तरफ एक और कुत्ते ने उसी इंसान को काट लिया जिसने उसकी जान बचाई थी. दुर्भाग्यवश, उस काटने की वजह से एक होनहार कबड्डी खिलाड़ी की मौत हो गई.
ये विरोधाभास दिखाता है कि जानवर कभी-कभी जहां इंसान के सबसे बड़े रक्षक साबित होते हैं, वहीं लापरवाही या हालात ऐसे बन जाते हैं कि वही जानलेवा भी बन सकते हैं.
कुत्ते की जान बचाना पड़ा भारी
ये दिल दहला देने वाला मामला बुलंदशहर के फराना गांव का है. यहां 28 साल के बृजेश सोलंकी, जो कि एक कुशल कबड्डी खिलाड़ी था, उसने दो महीने पहले एक नाले में गिरे कुत्ते को निकालकर उसकी जान बचाई थी. लेकिन इसी दौरान कुत्ते ने बृजेश को काट लिया.
दुर्भाग्य से बृजेश ने समय रहते रेबीज का टीका नहीं लगवाया. कुछ दिन बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और आठ दिन पहले परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के दौरान ही बृजेश की मौत हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि बृजेश क्षेत्र का जाना-माना खिलाड़ी था और उसके जाने से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है. बिना पुलिस को सूचना दिए परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया. सीएमओ डॉ. सुनील कुमार दोहरे ने कहा कि हमें इस मामले की जानकारी नहीं थी, अब पूरी जांच की जाएगी.
परिवार को बचाते हुए शहीद हुआ वफादार कुत्ता
दूसरी घटना सहारनपुर के गंगोह थाना क्षेत्र के गांव मोहड़ा की है. यहां सोनू वर्मा अपने परिवार के साथ चारपाई पर सो रहे थे, तभी उनका पालतू डॉगी आधी रात को जोर-जोर से भौंकने लगा. पहले तो सोनू ने इसे हल्के में लिया लेकिन सुबह जब डॉगी कहीं नहीं दिखा तो उसकी तलाश की गई.
मकान की छत पर पहुंचने पर जो दृश्य सामने आया उसने सबको भावुक कर दिया. वहां उनका डॉगी मृत पड़ा था और पास ही एक जहरीला नाग तीन टुकड़ों में बंटा हुआ था. दरअसल, कुत्ते ने रात में नाग से जबरदस्त संघर्ष किया था और घरवालों को बचाने के लिए नाग को मार गिराया, लेकिन जहर के असर से उसकी खुद की जान चली गई. ये घटना एक बार फिर साबित करती है कि पालतू जानवर विशेष रूप से कुत्ते, कितने वफादार होते हैं. उन्होंने उस परिवार की जान बचाई, जिसके साथ वो पल-बढ़ रहा था.


