नकाब न पहनने की गलती और जॉब करने की जिद पर गुस्साए पति ने अपनी ही पत्नी और दो छोटी बेटियों को उतारा मौत के घाट
यूपी से दिल दहला देने वाली घटना. एक पति ने अपने ही पत्नी और दो बेटियों को मौत के घाट उतार दिया. इस घटना को अंजाम देने के लिए पति ने पूरी प्लानिंग की थी.

उत्तर प्रदेश: शामली जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक पति ने अपनी पत्नी और दो छोटी बेटियों की हत्या कर दी और उनके शव घर के आंगन में बने गड्ढे में दफना दिए. वजह थी पत्नी का बिना नकाब पहने मायके जाना और घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए नौकरी करने की इच्छा. यह वारदात 9-10 दिसंबर की रात की है, जो अब पुलिस जांच में खुल चुकी है.
विवाद की शुरुआत
फारुख शामली के गढ़ी दौलत गांव में रहता था. वह शादियों में रोटी बनाने का काम करता था. उसकी पत्नी ताहिरा (लगभग 32-36 साल) घर की खराब माली हालत से परेशान थी. बच्चों को अच्छी परवरिश और स्कूल नहीं भेज पाने की वजह से ताहिरा ने नवंबर में फारुख से कहा कि वह बाहर नौकरी करेगी ताकि परिवार की मदद हो सके.
फारुख को यह बात पसंद नहीं आई और दोनों में झगड़ा हुआ. गुस्से में ताहिरा बिना बुर्का या नकाब पहने मायके चली गई. फारुख को लगा कि इससे उसकी इज्जत खराब हुई.
योजना और वारदात
ताहिरा एक महीने तक मायके रही. दिसंबर में फारुख उसे मनाकर घर ले आया. लेकिन उसने पहले से तैयारी कर ली थी. घर में सेप्टिक टैंक के लिए गड्ढा खुदवाया और अवैध तमंचा खरीदा. 9-10 दिसंबर की रात फारुख ने ताहिरा को गोली मार दी.
गोली की आवाज सुनकर बड़ी बेटी आफरीन (14 साल) जाग गई और मौके पर पहुंची, तो फारुख ने उसे भी गोली मार दी. छोटी बेटी सहरीन (7 साल) के जागने पर उसका गला घोंट दिया. उसके बाद तीनों शवों को गड्ढे में डालकर मिट्टी से ढक दिया.
पुलिस की सख्ती से कबूला जुर्म
फारुख के तीन अन्य बच्चे सोते रहे. सुबह वे मां-बहनों के बारे में पूछते तो फारुख कहता कि वे नाना के घर या किराए के मकान में गई हैं. कई दिन बाद ताहिरा के परिवार को शक हुआ. फारुख के पिता दाउद ने भी पुलिस में शिकायत की. पुलिस ने फारुख से सख्ती से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया. घर में खुदाई से तीनों शव बरामद हुए.
पूरे गांव में हैरानी है कि छोटे विवाद पर कोई अपनी पत्नी और मासूम बेटियों को कैसे मार सकता है. पुलिस ने फारुख को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है.


