बंगाल में भड़की हिंसा! बीजेपी ने ममता बनर्जी को बताया 'नई जिन्ना', लगाए बांग्लादेश जैसे हालात करने के आरोप

BJP on Mamata Banerjee: बंगाल में वक्फ अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा के बाद राज्य की सियासत गर्मा गई है. भांगर और मुर्शिदाबाद में हुई झड़पों को लेकर बीजेपी ने ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

BJP on Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल में एक बार फिर वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. दक्षिण 24 परगना के भांगर इलाके में हिंसा के बाद अब मुर्शिदाबाद जिले में भी हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें 'नई जिन्ना' करार दिया है और आरोप लगाया है कि ममता सरकार बंगाल को 'बांग्लादेश' बना रही है.

बीजेपी नेताओं का कहना है कि राज्य में हिंदू अल्पसंख्यक क्षेत्रों में डर का माहौल बनाया जा रहा है ताकि राम नवमी के पहले लोगों को घरों में कैद किया जा सके. वहीं मुख्यमंत्री पर यह भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने वक्फ अधिनियम के मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देकर जानबूझकर माहौल को भड़काया है.

भांगर में पुलिस और ISF समर्थकों के बीच भिड़ंत

14 अप्रैल को दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर इलाके में उस वक्त तनाव बढ़ गया जब भारतीय सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. ये झड़प उस वक्त हुई जब पुलिस ने आईएसएफ कार्यकर्ताओं को रामलीला मैदान, कोलकाता में प्रस्तावित एक रैली में शामिल होने से रोका. यह रैली वक्फ अधिनियम के विरोध में रखी गई थी और इसे पार्टी के विधायक नौशाद सिद्दीकी संबोधित करने वाले थे.

पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश

पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड को जब प्रदर्शनकारियों ने तोड़ने की कोशिश की, तब हालात बिगड़ गए और दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प हुई. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसके बाद आईएसएफ समर्थकों ने हाईवे पर बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे, मौके पर तैनात किए गए.

बीजेपी का ममता बनर्जी पर तीखा हमला

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'नई जिन्ना' बताते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने राज्य में अत्याचार की मूर्ति बन चुकी हैं. उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी इस देश में नई जिन्ना बनकर उभरी हैं... वह अत्याचारों की मूर्ति बन गई हैं. टीएमसी के कार्यकर्ता राज्य में अराजकता फैला रहे हैं और ममता बनर्जी उन्हें संरक्षण दे रही हैं."

वहीं, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि राज्य में सीआरपीएफ और बीएसएफ को लंबे समय तक तैनात रखना पड़ेगा. उन्होंने कहा, "राज्य की पुलिस और ममता सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है. केंद्र की फोर्स को हर जगह तैनात करना पड़ेगा. ममता की पुलिस अब टीएमसी की कैडर बन चुकी है. अगर हिंदुओं पर हमला हुआ तो मैं चुप नहीं रहूंगा."

लगाया बंगाल को बांग्लादेश बनाने का आरोप

बीजेपी नेता दिलीप घोष ने मंगलवार को ममता सरकार पर आरोप लगाया कि वह बंगाल को 'बांग्लादेश' बनाने की साजिश कर रही हैं. उन्होंने कहा, "राम नवमी से पहले राज्य का माहौल बिगाड़कर ममता सरकार ने हिंदुओं को घरों में कैद करने की साजिश रची थी, लेकिन वह विफल रही. इसके बावजूद, हिंदू बड़ी संख्या में राम नवमी मनाने निकले."

उन्होंने आगे कहा, "अगर सरकार का दावा है कि उपद्रवी बाहरी हैं, तो उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा? पुलिस क्या कर रही है? सरकार का काम सिर्फ दोष मढ़ना नहीं है. वे चुनावों से पहले अल्पसंख्यक इलाकों में डर का माहौल बनाना चाहती है. चुनाव राष्ट्रपति शासन में और चुनाव आयोग की निगरानी में कराए जाने चाहिए, वरना हिंदू वोट नहीं डाल पाएंगे."

भड़काऊ बयान देने के भी लगे आरोप

बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने भी राज्य सरकार को हिंसा का जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, "यह सरकार दंगे चाहती है, वरना ममता बनर्जी को ऐसे भड़काऊ बयान देने की जरूरत नहीं थी." उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने एक नमाज़ कार्यक्रम के दौरान भीड़ को भड़काने की कोशिश की, लेकिन जब उनकी योजना विफल रही तो उन्होंने वक्फ अधिनियम के जरिए सांप्रदायिक तनाव पैदा किया.

सिन्हा ने कहा, "उन्होंने वक्फ संशोधन विधेयक पर सबसे भड़काऊ बयान दिया, जिसकी वजह से आज हर कोई भुगत रहा है. उन्होंने राम नवमी पर दंगे करवाने के लिए योजना बनाई थी, जो विफल रही. इसके बाद वक्फ का मुद्दा उठाकर हिंसा भड़काई गई, जिससे मुर्शिदाबाद में दंगे हुए."

बंगाल में वक्फ अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन

12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद में वक्फ अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि मामले में अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शांति बनाए रखने के लिए शमशेरगंज, धुलियान, सुति और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है.

12 अप्रैल को कलकत्ता हाईकोर्ट की विशेष पीठ ने वक्फ अधिनियम के विरोध में भड़की हिंसा को देखते हुए मुर्शिदाबाद में "तत्काल" केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया. अदालत ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्र से सहयोग लें.

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15 April 2025, 03:42 PM IST

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