चींटी पालने पर क्यों मिली जेल की सजा? जानिए पूरा मामला!
केन्या में दो नाबालिगों सहित चार लोगों पर वन्यजीव कानून का उल्लंघन करने का दोषी ठहराया गया और उन्हें 7,700 डॉलर का जुर्माना लगाया गया. अधिकारियों ने उनके पास से 5,440 रानी चींटियां बरामद कीं, जिनकी ऑनलाइन बाजार में कीमत करोड़ों रुपये है, जिससे पारिस्थितिकी तंत्र को खतरा है.

आपने हाथी दांत और गैंडे की सींग की तस्करी के बारे में सुना होगा, लेकिन अब शिकारियों ने नन्ही चींटियों की तस्करी (Ant Smuggling) भी शुरू कर दी है, जो हमारे पर्यावरण के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. हाल ही में केन्या में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जिसमें एक अदालत ने दो नाबालिगों सहित चार व्यक्तियों को हजारों चीटियों की तस्करी करने का दोषी पाया और उन पर 7,700 डॉलर (लगभग 6.5 लाख रुपये) का भारी जुर्माना लगाया. अदालत ने चेतावनी दी कि अगर नाबालिगों ने जुर्माना नहीं भरा, तो उन्हें 12 महीने की सजा भुगतनी पड़ेगी.
यह मामला 5 अप्रैल को हुआ, जब केन्याई अधिकारियों ने छापेमार कार्रवाई करते हुए दो बेल्जियाई किशोरों, एक वियतनामी नागरिक और एक स्थानीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया. इनके पास से 5,440 विशाल अफ्रीकी रानी चींटियां (Giant African Harvester Queen Ants) बरामद हुईं, जिन्हें तस्करी करके अन्य देशों में भेजा जा रहा था. आप यह सोच रहे होंगे कि इन चींटियों का आखिर किया क्या जाता है?
कितनी कीमती हैं रानी चींटियां?
दरअसल, इन रानी चींटियों की कीमत इतनी ज्यादा है कि सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. केन्याई मजिस्ट्रेट के मुताबिक, इन चींटियों की कीमत एशिया, उत्तरी अमेरिका और यूरोप के ऑनलाइन मार्केट में 8,00,000 यूरो (लगभग 7 करोड़ 66 लाख रुपये) है. ये चींटियां इतनी मूल्यवान क्यों हैं? इसका कारण यह है कि ये एकमात्र चींटी हैं जो अंडे दे सकती हैं, जिससे पूरी कॉलोनी का निर्माण होता है – कार्यकर्ता, सैनिक और भविष्य की रानियां. इनकी तस्करी से केन्या के वन्यजीव पारिस्थितिकी तंत्र को गंभीर खतरा हो सकता है.
जानिए क्यों शख्स को मिली तस्करी के लिए सजा
बेल्जियाई किशोर लोर्नय डेविड और सेपे लोडविज्क्स ने कोर्ट में यह दावा किया कि उन्होंने यह सब कुछ नासमझी में किया, लेकिन जब लोर्नॉय के फोन की जांच की गई, तो अधिकारियों ने पाया कि वह "एंट गैंग" नामक एक तस्करी नेटवर्क का सदस्य था. उसने 200 डॉलर (लगभग 17 हजार रुपये) में 2,500 रानी चींटियां खरीदी थीं. अदालत ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में चींटियां रखना शौक नहीं हो सकता, यह किसी आपराधिक गतिविधि का हिस्सा है.


