SBI ने दिया अडानी ग्रुप को 21 हजार करोड़ रुपये का कर्ज, बैंक चैयरमैन के कहा 'कोई जोखिम नहीं'
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अडानी ग्रुप की कई फर्मो को 21000 करोड़ रुपये तक का कर्ज दे रखा है। हालांकि यह रकम भारतीय स्टेट बैंक के नियमों के तहत दिए जाने वाले कर्ज की आधी है। एसबीआई का कहना है कि फिलहाल के समय में अडानी ग्रुप ने बैंक से कोई लोन नहीं लिया है।
इन दिनों अडानी ग्रुप की मुश्किलें कम होने के नाम नहीं ले रही है जबसे हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आई है तबसे अडानी ग्रुप के शेयरो में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। दरअसल हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कई कंपनियों के वित्तीय लेन-देन को लेकर काफी सवाल खड़े किए गए है। जिसके बाद से अडानी ग्रुप के शेयर तेजी से नीचे आ रहे है एक सप्ताह के अंदर अडानी ग्रुप को 100 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है।
वहीं अब जानकारी सामने आई है कि देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अडानी ग्रुप की कई फर्मो को 21000 करोड़ रुपये तक का कर्ज दे रखा है। हालांकि यह रकम भारतीय स्टेट बैंक के नियमों के तहत दिए जाने वाले कर्ज की आधी है। एसबीआई का कहना है कि फिलहाल के समय में अडानी ग्रुप ने बैंक से कोई लोन नहीं लिया है।
इसको लेकर बैंक के चैयरमैन दिनेश कुमार खारा ने बताया कि, "अडानी ग्रुप की कई फर्मो को बैंक ने 21000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है हालांकि अडानी ग्रुप इन सब उथल-पथल वाली परेशानियों के बीच भी कर्ज चुका रहा है और बैंक को ऐसा कुछ नहीं लग रहा है कि अडानी ग्रुप ये कर्ज नहीं चुका पाएगा। बैंक ने अब तक अडानी ग्रुप को जितना भी कर्ज दिया है, उसे लेकर कोई परेशानी नहीं दिखती है।"
बता दें, गुरुवार को आरबीआई ने भी देश के सभी सरकारी बैंकों से इस बात की जानकारी मांगी कि किस-किस बैंक ने अडानी ग्रुप को कितना-कितना कर्ज दिया है। इसके अलावा आरबीआई ने सरकारी बैंकों से इसकी भी लिस्ट मांगी है कि किन-किन बैंकों को ये जोखिम है कि अडानी ग्रुप यह कर्ज नहीं चुका पाएगा। गुरुवार को भी अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट देखने को मिली।
अडानी एंटरप्राइजेज के स्टॉक में लगभग 20% की गिरावट आई है। वहीं गुरुवार को ही अडानी ग्रुप ने एफपीओ को वापस लेने और निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा की। फिलहाल अडानी ग्रुप का मार्केट लॉस 100 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। बता दें, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को अडानी ग्रुप की तरफ से बिल्कुल गलत बताया गया है और कहा गया कि वे इस मामले को कोर्ट तक लेकर जाएंगे।