'व्यापार, निवेश, रोजगार, विकास और इनोवेशन' को मिलेगा बढ़ावा, भारत और ब्रिटेन के बीच हुआ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट...पीएम मोदी बोले- एतिहासिक उपलब्धि
'व्यापार, निवेश, रोजगार, विकास और इनोवेशन' को मिलेगा बढ़ावा, भारत और ब्रिटेन के बीच हुआ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट...पीएम मोदी बोले- एतिहासिक उपलब्धि भारत और ब्रिटेन ने मंगलवार को वर्षों से प्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा. समझौते में स्कॉच व्हिस्की, ऑटोमोबाइल और खाद्य उत्पादों पर टैरिफ में कटौती शामिल है. प्रधानमंत्री मोदी और कीर स्टारमर की टेलीफोनिक बातचीत के बाद इस ऐतिहासिक पहल को अंतिम रूप दिया गया. यह समझौता वैश्विक मंच पर साझेदारी को मजबूत करेगा और ब्रेक्ज़िट के बाद ब्रिटेन की स्वतंत्र व्यापार नीति की बड़ी उपलब्धि है.

भारत और ब्रिटेन के बीच वर्षों से प्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) आखिरकार मंगलवार को संपन्न हो गया. यह ऐतिहासिक पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद सामने आई. दोनों नेताओं ने इसे रणनीतिक साझेदारी में एक नई ऊर्जा के रूप में देखा.
द्विपक्षीय संबंधों में नई मजबूती
प्रधानमंत्री मोदी ने इस समझौते को “ऐतिहासिक उपलब्धि” बताते हुए कहा कि इससे न केवल भारत और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्थाओं को बल मिलेगा, बल्कि व्यापार, निवेश, रोजगार, विकास और नवाचार को भी बढ़ावा मिलेगा. यह समझौता दोनों देशों के बीच एक व्यापक और गहन रणनीतिक गठबंधन की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
उत्पादों पर कम होंगा टैरिफ
समझौते के तहत कई वस्तुओं और सेवाओं पर सीमा शुल्क में कटौती की गई है. इनमें स्कॉच व्हिस्की, उन्नत विनिर्माण उपकरण, लैंब मीट, सैल्मन मछली, चॉकलेट और बिस्कुट जैसे खाद्य पदार्थ प्रमुख हैं. इसके अलावा, ऑटोमोबाइल के आयात के लिए कोटा निर्धारित करने पर भी सहमति बनी है, जो अब तक भारत में संरक्षित क्षेत्र माना जाता रहा है.
वैश्विक गठबंधन को मिलेगा बढ़ावा
ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टारमर ने कहा कि वैश्विक साझेदारियों को मजबूत करना और व्यापारिक रुकावटों को कम करना उनकी नीतियों का अहम हिस्सा है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि यह समझौता दोनों देशों को वैश्विक मंच पर एक साथ काम करने के नए अवसर देगा.
मजबूत आर्थिक आधार तैयार करेगा एफटीए
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह समझौता न केवल आर्थिक संबंधों को बल देगा, बल्कि लोगों से लोगों के बीच के संबंधों को भी प्रगाढ़ करेगा. एफटीए के माध्यम से, दोनों देशों को वैश्विक बाजारों में संयुक्त रूप से उत्पाद और सेवाएं विकसित करने का अवसर मिलेगा.
मोदी ने जताई भारत यात्रा की उम्मीद
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटिश समकक्ष स्टारमर को भारत आमंत्रित करते हुए कहा कि वह उन्हें जल्द ही भारत में स्वागत करने को लेकर उत्सुक हैं. यह आने वाले दिनों में दोनों देशों के नेतृत्व के बीच व्यक्तिगत रिश्तों को और प्रगाढ़ करने का संकेत भी माना जा रहा है.
भारत-ब्रिटेन की एकजुटता
डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ नीतियों से उत्पन्न वैश्विक व्यापार में अस्थिरता के बीच भारत और ब्रिटेन इस समझौते को एक ठोस प्रतिक्रिया के रूप में देख रहे हैं. दोनों देश अब अमेरिका के साथ भी व्यापार बाधाओं को हटाने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहे हैं.
ब्रेक्ज़िट के बाद ब्रिटेन की बड़ी उपलब्धि
यह समझौता ब्रिटेन के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद यह उसकी स्वतंत्र व्यापार नीति की सफलता का प्रतीक बन गया है. जनवरी 2022 में शुरू हुई बातचीत के बाद, राजनीतिक अस्थिरता और चुनावों के बावजूद यह समझौता आखिरकार साकार हुआ है.


