राहुल गांधी पहुंचे करनाल, शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को दी श्रद्धांजलि, परिवार को बंधाया ढांढस
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिवार से मुलाकात की. वह हरियाणा के करनाल स्थित उनके घर पहुंचे और परिवार को ढांढस बंधाया.

पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवार का दुःख साझा करने के लिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंगलवार को हरियाणा के करनाल पहुंचे. राहुल गांधी ने शहीद के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और कहा कि ऐसे कायराना हमलों के दोषियों को ऐसी सज़ा मिलनी चाहिए कि कोई भी भारत की ओर आंख उठाकर न देख सके.
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की उम्र महज 26 साल थी और शादी के तीन हफ्ते बाद ही वह पत्नी के साथ हनीमून मनाने पहलगाम पहुंचे थे, जहां आतंकियों ने उन्हें बेहद नजदीक से गोली मार दी. इस आतंकी हमले में कुल 26 लोगों की जान गई, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था. इसे 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है.
राहुल गांधी ने साझा किया दुख
राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “मैं पहलगाम हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल जी के शोकसंतप्त परिवार से मिला, उनके दुःख में शामिल हुआ और उन्हें ढांढस बंधाया. अपार शोक में भी उनका साहस और वीरता देश के लिए एक संदेश है - हमें एकजुट रहना है.” उन्होंने आगे लिखा, “पूरा देश शहीदों के परिवारों के साथ खड़ा है. विपक्ष पूरी तरह से सरकार के साथ है - दोषियों को ऐसी सज़ा मिलनी चाहिए कि कोई भारत की ओर आंख उठाकर न देख सके. आज पीड़ित परिवारों के साथ पूरा देश न्याय की प्रतीक्षा कर रहा है.”
पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के दुख में, शहीद के दर्जे की उनकी मांग में, मैं साथ खड़ा हूं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 1, 2025
प्रधानमंत्री से आग्रह है कि वो इस त्रासदी में जान गंवाने वालों को यह सम्मान देकर उनके परिवारों की भावना का आदर करें। pic.twitter.com/auMEehEnOO
करनाल में शहीद के घर पर बिताया डेढ़ घंटा
राहुल गांधी के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान, रोहतक से सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और पार्टी नेता दिव्यांशु बुढ़िराजा भी मौजूद थे. राहुल गांधी ने शहीद के घर पर करीब डेढ़ घंटा बिताया और उनके माता-पिता व अन्य परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी.
राहुल गांधी ने पहले भी की है शहीदों के परिजनों से मुलाकात
इससे पहले राहुल गांधी ने हमले में मारे गए एक अन्य शख्स शुभम द्विवेदी के परिवार से भी मुलाकात की थी. गौरतलब है कि इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े शैडो ग्रुप ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ ने ली थी.
भारत की सख्त कार्रवाई
हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से राजनयिक संबंधों को निचले स्तर पर पहुंचा दिया है. इसके साथ ही 1960 की सिंधु जल संधि को रद्द करने और पाकिस्तानियों के लिए वीज़ा सेवाएं स्थगित करने जैसी कई कठोर कदम उठाए गए हैं. जवाब में पाकिस्तान ने भी अपने स्तर पर कई प्रतिक्रियाएं दी हैं और चेतावनी दी है कि भारत की ओर से पानी की दिशा मोड़ने को ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जाएगा. दोनों देशों ने एक-दूसरे के लिए एयरस्पेस भी बंद कर दिए हैं.


