गोल्ड की कीमतों में गिरावट, मिडिल क्लास को मिली राहत ₹4,100 सस्ता हुआ सोना
दिल्ली में गोल्ड की कीमतों में लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिली है, जिससे सोने की कीमत ₹4,100 सस्ती हो गई है. वहीं, वायदा बाजार में सोने की कीमतों में इजाफा हो रहा है. जानकारों के मुताबिक, वायदा बाजार में बढ़ोतरी सेफ हैवन असेट्स की डिमांड बढ़ने के कारण हो रही है. वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका और आर्थिक अनिश्चितता ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया है.

भारत में अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के बीच गोल्ड की कीमतों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहे हैं. दिल्ली में सोने की कीमतों में चौथे दिन गिरावट दर्ज की गई है, वहीं वायदा बाजार में गोल्ड की कीमतों में जबरदस्त वृद्धि हुई है. जानिए इस बदलाव का असर भारतीय बाजार पर क्या पड़ रहा है.
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, दिल्ली में गोल्ड की कीमतों में 1,050 रुपये की गिरावट आई है. 99.9 प्रतिशत प्योरिटी वाले गोल्ड का दाम 90,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जबकि 99.5 प्रतिशत प्योरिटी वाले गोल्ड की कीमत 89,750 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है. यह गिरावट चार दिन पहले की तुलना में 4,100 रुपये से भी अधिक है. वहीं, चांदी की कीमत में लगातार इजाफा हुआ है और वह 93,200 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है.
वायदा बाजार में गोल्ड की कीमतों में तेजी
वहीं, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में गोल्ड की कीमतों में जबरदस्त तेजी आई है. सुबह के समय गोल्ड के दाम 89,946 रुपये पर थे, जबकि दिन के दौरान दाम 2,629 रुपये बढ़कर 90,277 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए. एमसीएक्स पर गोल्ड का लाइफ टाइम हाई 91,423 रुपये है, जिसे पार करने के लिए और 1,500 रुपये की तेजी चाहिए.
वैश्विक व्यापार युद्ध के कारण विदेशी बाजारों में भी इजाफा
वैश्विक व्यापार युद्ध की बढ़ती चिंताओं के कारण सोने की कीमतों में वृद्धि देखने को मिल रही है. अमेरिका द्वारा चीन पर अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने के बाद, सोने की कीमत 3,030 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई है. यह वृद्धि सुरक्षित निवेश की ओर रुझान के कारण हुई है, क्योंकि निवेशक अब सोने को एक सुरक्षित संपत्ति मान रहे हैं.
भारत में गोल्ड की कीमतों पर क्या असर पड़ेगा?
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में गोल्ड की कीमतों में और गिरावट आ सकती है, लेकिन वायदा बाजार में तेजी का रुझान अभी भी बना हुआ है. निवेशकों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है, खासकर अगर वे लंबे समय तक गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं.


