अमेरिका में भारतीयों की रोती-बिलखती अपील! ट्रंप समर्थकों में दौड़ी खुशी की लहर
अमेरिका में H-1B वीजा पर काम करने वाले सैकड़ों भारतीय पेशेवर भारत में फंस गए हैं. इस दौरान छुट्टी लेकर भारत आए एक भारतीय ने पोस्ट शेयर कर मदद की गुहार लगाई, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है.

अमेरिका में H-1B वीजा पर काम करने वाले सैकड़ों भारतीय पेशेवर भारत में फंस गए हैं. वजह है अमेरिकी दूतावासों द्वारा दिसंबर 2025 के वीजा इंटरव्यू को अचानक रद्द करना और उन्हें मार्च 2026 या उसके बाद तक टालना. यह बदलाव सोशल मीडिया जांच की नई नीति से जुड़ा है. इसी बीच रेडिट पर एक फंसे भारतीय की अपील वायरल हो गई, जिसमें उन्होंने साथी भारतीयों से मदद मांगी है.
वीजा इंटरव्यू क्यों रद्द हुए?
अमेरिकी विदेश विभाग ने 15 दिसंबर 2025 से H-1B और H-4 वीजा आवेदकों की सोशल मीडिया प्रोफाइल की गहन जांच शुरू की है. इससे भारत में अमेरिकी दूतावासों पर बोझ बढ़ गया. नतीजा यह हुआ कि दिसंबर के मध्य से अंत तक के कई अपॉइंटमेंट रद्द कर दिए गए और नए तारीख मार्च-अप्रैल 2026 या उससे आगे दी गईं.
कई भारतीय छुट्टियों या शादी के लिए भारत आए थे, लेकिन अब नौकरी पर लौट नहीं पा रहे. लंबे समय भारत में रहने से नौकरी जाने का डर है, क्योंकि ज्यादातर कंपनियां अमेरिका के बाहर काम की इजाजत नहीं देतीं.
रेडिट पर वायरल अपील
r/h1b सबरेडिट पर यूजर u/brownmanreading ने पोस्ट लिखा कि वे और कई लोग भारत में फंस गए हैं. उन्होंने अमेरिका में रह रहे भारतीयों से गुजारिश की कि जनवरी-फरवरी 2026 के लिए बुक किए अपॉइंटमेंट रद्द कर दें या नए न बुक करें. इससे जल्दी स्लॉट खाली होंगे और फंसे लोग अमेरिका लौट सकेंगे.
शख्स ने पोस्ट में लिखा, "हम सब बहुत तनाव में हैं, परिवार भी परेशान है. हमें अपनी नौकरी पर वापस जाने का मौका दें." यह पोस्ट तेजी से वायरल हुई. सैकड़ों कमेंट आए, इसमें ज्यादातर भारतीयों के कमेंट्स हैं.
कई लोगों ने अपनी बुकिंग रद्द करने की बात कही. एक यूजर ने लिखा, "यह थ्रेड देखकर मानवता पर विश्वास लौटा. सभी फंसे लोगों को शुभकामनाएं." दूसरे ने कहा, "मैं फरवरी का स्लॉट टाल रहा हूं, आप सब जल्दी लौटें."
MAGA समर्थकों की प्रतिक्रिया
ट्रंप प्रशासन की इस नीति से MAGA (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) समर्थक खुश हैं. वे लंबे समय से H-1B वीजा को अमेरिकी नौकरियों पर खतरा बताते रहे हैं. एक प्रमुख पोलस्टर ने रेडिट पोस्ट शेयर कर कहा कि थोड़ी सी नई शर्त से ही H-1B प्रक्रिया में हड़कंप मच गया. उनका मानना है कि इस कार्यक्रम को आसानी से रोक सकते हैं.
सोशल मीडिया पर ऐसे कमेंट आम हैं कि यह अमेरिकी कार्यकर्ताओं की जीत है. यह घटना अमेरिका में H-1B वीजा पर चल रही बहस को उजागर करती है. एक तरफ कुशल विदेशी प्रतिभा की जरूरत, दूसरी तरफ स्थानीय नौकरियों की रक्षा. फंसे भारतीयों के लिए मुश्किल समय है, लेकिन समुदाय की एकजुटता उम्मीद जगाती है.


