score Card

RVNL, IRCTC और IRFC में अचानक आई तूफानी तेजी, गिरते बाजार में क्यों चमक उठे रेलवे शेयर?

गिरते शेयर बाजार के बीच रेलवे सेक्टर ने निवेशकों को चौंका दिया है. RVNL, IRCTC और IRFC समेत कई रेलवे शेयरों में अचानक तेज उछाल देखने को मिला है. किराया बढ़ोतरी और बजट से पहले बनी सकारात्मक उम्मीदों ने रेलवे स्टॉक्स को नई रफ्तार दी है.

Yogita Pandey
Edited By: Yogita Pandey

नई दिल्ली: शेयर बाजार जहां गिरावट के दबाव में नजर आ रहा है, वहीं रेलवे से जुड़े शेयरों ने निवेशकों को चौंका दिया है.बाजार की कमजोरी के बीच रेलवे स्टॉक्स में जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली और कई शेयरों ने दो अंकों की तेजी दर्ज की.लंबे समय से सुस्त पड़े इन शेयरों में अचानक आई इस रैली ने निवेशकों का ध्यान खींच लिया है.

रेल विकास निगम (RVNL), रेलटेल कॉर्पोरेशन, इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC), टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) जैसे प्रमुख रेलवे शेयरों में शुक्रवार के कारोबार के दौरान 3 फीसदी से लेकर 13 फीसदी तक की उछाल देखी गई.सवाल यही है कि जब पूरा बाजार दबाव में है, तब रेलवे शेयर आखिर क्यों भागने लगे?

रेलवे शेयरों में आई तेज रफ्तार

शुक्रवार के कारोबार में RVNL के शेयरों ने सबसे ज्यादा ध्यान खींचा.बीएसई पर यह शेयर अपने पिछले बंद भाव 345.70 रुपये से करीब 13.21 फीसदी उछलकर 391.40 रुपये तक पहुंच गया.हालांकि, इस तेजी के बावजूद RVNL का शेयर साल 2025 में अब तक करीब 9 फीसदी नीचे बना हुआ है.

रेलटेल कॉर्पोरेशन के शेयरों में भी जोरदार खरीदारी देखने को मिली.यह शेयर 8.11 फीसदी की तेजी के साथ 385.45 रुपये पर पहुंच गया, जबकि एक दिन पहले यह 356.55 रुपये पर बंद हुआ था.

IRFC और IRCTC में भी मजबूती

भारतीय रेलवे को वित्तीय सहायता देने वाली प्रमुख कंपनी IRFC के शेयरों में भी अच्छी तेजी दर्ज की गई.यह शेयर करीब 8.65 फीसदी चढ़कर 131.95 रुपये तक पहुंच गया, जबकि कुछ समय के लिए इसमें करीब 9 फीसदी तक की तेजी देखी गई और भाव 132.43 रुपये तक गया.

वहीं टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग के शेयर 4.47 फीसदी बढ़कर 140.10 रुपये पर पहुंच गए.IRCTC के शेयरों में भी 3.79 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई और यह 705.30 रुपये के स्तर पर कारोबार करते नजर आए.

फिर क्यों भागने लगे रेलवे स्टॉक?

इस रैली की सबसे बड़ी वजह रेलवे किराए में हालिया बढ़ोतरी मानी जा रही है.जुलाई में किराया बढ़ाने के बाद यह एक साल के भीतर दूसरी बार है जब रेलवे ने यात्री किराए में संशोधन किया है.सरकार का कहना है कि यात्रियों के हित और रेलवे के परिचालन संतुलन को बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है.

निवेशक इसे रेलवे की वित्तीय स्थिति मजबूत होने के संकेत के तौर पर देख रहे हैं, जिससे रेलवे से जुड़ी कंपनियों की आय और मुनाफे में सुधार की उम्मीद बढ़ गई है.

रेलवे किराए में कितनी हुई बढ़ोतरी?

सरकार के अनुसार, सेकेंड क्लास में 215 किलोमीटर तक की जनरल टिकट यात्रा पर कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, ताकि रोजाना सफर करने वाले यात्रियों पर बोझ न पड़े.हालांकि लंबी दूरी की यात्राओं के लिए किराए में बदलाव किया गया है.

  • 216 से 750 किलोमीटर: 5 रुपये की बढ़ोतरी
  • 751 से 1250 किलोमीटर: 10 रुपये
  • 1251 से 1750 किलोमीटर: 15 रुपये
  • 1751 से 2250 किलोमीटर: 20 रुपये की बढ़ोतरी

आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि उपनगरीय सेवाओं और सीजन टिकटों के किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है.वहीं मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के सभी वर्गों में किराया 2 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ाया गया है.

बजट से पहले बढ़ी उम्मीदें

किराए में संशोधन के साथ-साथ केंद्रीय बजट 2026 से पहले बाजार का मूड भी रेलवे शेयरों के पक्ष में नजर आ रहा है.आमतौर पर बजट से पहले रेलवे से जुड़ी कंपनियों में पूंजीगत व्यय बढ़ने की उम्मीदें रहती हैं, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी इन शेयरों में बढ़ जाती है.यही वजह है कि गिरते बाजार के बीच भी रेलवे शेयरों में गदर देखने को मिला.

calender
27 December 2025, 10:59 AM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag