दुनिया में कहां सबसे ज्यादा लोग कर रहे हैं वर्क फ्रॉम होम? भारत की रैंकिंग जानकर चौंक जाएंगे
हालिया वैश्विक सर्वे में खुलासा हुआ है कि दुनिया का एक देश वर्क फ्रॉम होम के मामले में सबसे आगे निकल गया है. हैरानी की बात ये है कि इस लिस्ट में भारत ने सभी देशों को पीछे छोड़ते हुए चौंकाने वाला स्थान हासिल किया है.

आज की डिजिटल दुनिया में कामकाज के तौर-तरीकों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. ऑफिस जाकर काम करने की पुरानी परंपरा अब धीरे-धीरे वर्क फ्रॉम होम कल्चर में तब्दील हो रही है. खासतौर पर भारत जैसे देश में, जहां लोग यात्रा और रेंट जैसी परेशानियों से बचने के लिए घर से काम करना बेहतर समझते हैं. हालांकि इस व्यवस्था के कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी, लेकिन ये तय है कि तकनीक की मदद से घर बैठकर काम करने की प्रवृत्ति दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही है.
हाल ही में ‘डब्ल्यूएचएफ ग्लोबल सर्वे ऑफ वर्किंग अरेंजमेंट्स’ द्वारा किए गए एक वैश्विक सर्वे में खुलासा हुआ है कि भारत इस मामले में सबसे आगे है. यहां के कर्मचारी हर हफ्ते औसतन 1.6 दिन वर्क फ्रॉम होम करते हैं, जो वैश्विक औसत 1.2 दिन से कहीं ज्यादा है.
वर्क फ्रॉम होम कल्चर कहां ज्यादा प्रचलित?
इस अंतरराष्ट्रीय सर्वे में भारत के अलावा 39 अन्य देशों को शामिल किया गया था. सर्वे नवंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच किया गया, जिसमें कुल 16,000 कर्मचारियों से बातचीत की गई. आंकड़े बताते हैं कि भारत में वर्क फ्रॉम होम को लेकर रुझान सबसे ज्यादा है. यहां के कर्मचारियों का कहना है कि वे औसतन हर हफ्ते 1.6 दिन घर से काम करते हैं. इसके पीछे प्रमुख वजह है - यात्रा का समय बचाना, घर के वातावरण में काम करने की सुविधा और अतिरिक्त खर्चों में कटौती.
वैश्विक औसत से आगे निकला भारत
अगर वैश्विक औसत की बात करें तो दुनिया भर के कर्मचारी हर हफ्ते केवल 1.2 दिन ही वर्क फ्रॉम होम करते हैं. इस लिहाज से भारत इस ट्रेंड में काफी आगे है. ये भी एक संकेत है कि भारत में टेक्नोलॉजी के सहारे रिमोट वर्क कल्चर को ज्यादा अपनाया जा रहा है.
यहां ऑफिस जाकर काम करना ज्यादा पसंद
भारत के उलट पूर्वी एशिया के देशों में वर्क फ्रॉम होम कल्चर उतना प्रचलित नहीं है. दक्षिण कोरिया, जापान और चीन जैसे देशों में कर्मचारी अब भी पारंपरिक ऑफिस वर्क को प्राथमिकता देते हैं. दक्षिण कोरिया में कर्मचारी हर हफ्ते औसतन केवल 0.5 दिन ही घर से काम करते हैं. जापान और चीन में ये आंकड़ा 0.7 दिन प्रति सप्ताह है. इससे ये स्पष्ट होता है कि इन देशों में ऑफिस का वातावरण अभी भी कर्मचारियों की पहली पसंद बना हुआ है.


