Bengaluru: कोर्ट चैंबर में घुसकर स्टॉकर ने महिला वकील पर फेंका एसिड, आरोपी गिरफ्तार
बेंगलुरु और लखनऊ से महिलाओं पर एसिड और केमिकल अटैक की दो चौंकाने वाली घटनाएं सामने आई हैं. बेंगलुरु में एक पति ने तेज म्यूजिक पर हुए झगड़े के बाद अपनी पत्नी के चेहरे पर टॉयलेट क्लीनर फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई.

बेंगलुरु और लखनऊ से दो दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें महिलाओं पर एसिड और एसिड जैसे केमिकल से हमला किया गया. ये घटनाएं न सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि घरेलू हिंसा और स्टॉकिंग जैसे अपराध किस कदर बढ़ते जा रहे हैं.
पहली घटना बेंगलुरु की है, जहां एक पति ने सिर्फ तेज म्यूजिक की आवाज कम करने की बात पर अपनी पत्नी पर टॉयलेट क्लीनर डाल दिया. वहीं दूसरी घटना लखनऊ की है, जहां एक महिला वकील पर उसके स्टॉकर ने कोर्ट चेंबर में एसिड जैसा पदार्थ फेंक दिया.
बेंगलुरु में घरेलू विवाद बना एसिड अटैक का कारण
पुलिस के अनुसार, यह दिल दहला देने वाली घटना 19 मई सुबह 9 बजे उत्तर बेंगलुरु के सिडेहल्ली स्थित एनएमएच लेआउट में हुई. महिला, जो पेशे से ब्यूटीशियन है, पर उसके पति ने टॉयलेट क्लीनर फेंक दिया जिससे उसके सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें आई. शुरुआत में पति ने शराब के लिए पत्नी से पैसे मांगे. जब पत्नी ने मना कर दिया तो उसने जबरदस्ती पैसे लिए और शराब पीकर घर लौट आया. नशे की हालत में वह मोबाइल पर तेज आवाज में गाने सुनने लगा. जब महिला ने उसे आवाज कम करने को कहा, तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई. इसी दौरान आरोपी ने बाथरूम से टॉयलेट क्लीनर की बोतल उठाई और पत्नी के ऊपर फेंक दी.
हालत स्थिर, आरोपी फरार
घटना के बाद महिला की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी उसे अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है. आरोपी पति मौके से फरार हो गया और फिलहाल पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है.
लखनऊ में महिला वकील पर स्टॉकर ने किया हमला
दूसरी घटना लखनऊ से सामने आई है, जहां एक महिला अधिवक्ता पर एक सिरफिरे युवक ने कोर्ट चेंबर में घुसकर एसिड जैसा पदार्थ फेंक दिया. पीड़िता को मामूली चोटें आई हैं, लेकिन यह घटना महीनों से चल रहे मानसिक उत्पीड़न का नतीजा है.
धमकी, फेक सोशल अकाउंट और पीछा
पीड़िता ने बताया कि आरोपी कई महीनों से उसका पीछा कर रहा था और उसे रेप व जान से मारने की धमकियां दे रहा था. “उसने मेरे नाम से सोशल मीडिया अकाउंट बना लिया था, मेरी तस्वीरें इस्तेमाल कर रहा था और अलग-अलग नंबरों से कॉल करता था. जब मैंने उसका कॉल उठाना बंद कर दिया तो वह मेरे घर के बाहर एसिड की बोतल लेकर खड़ा रहता था. उसने मेरी दोस्त को भी धमकाया,” पीड़िता ने बताया. डर और धमकियों के कारण वकील को कोर्ट जाना तक बंद करना पड़ा. आखिरकार आरोपी ने कोर्ट परिसर में ही हमला कर दिया.
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
इन दोनों मामलों ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. घरेलू विवाद हो या स्टॉकिंग—कानून और सुरक्षा व्यवस्था को और सख़्त और सतर्क बनाने की ज़रूरत है, ताकि कोई और महिला ऐसी हिंसा की शिकार न हो.


