नकली सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगे लाखों रुपए, दो गिरफ्तार, नकली आईडी कार्ड और पुलिस की वर्दी भी बरामद
बदले में उसने विभिन्न माध्यमों से उससे 10 लाख रुपये लिये। धोखाधड़ी का सिलसिला यहीं नहीं रुका। इसके अलावा उसने अपने परिचित गांव जैंतीपुर निवासी जतिंदर कुमार से उसके भतीजे निखिल को पुलिस में भर्ती करवाने का झांसा देकर 6 लाख रुपये अपने खाते में डलवा लिए। बाद में आरोपियों ने न तो पैसे लौटाए और न ही नौकरी दिलाई। उन्होंने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

ई-डिवीजन थाने की पुलिस ने फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर नौकरी दिलाने का झूठा वादा कर धोखाधड़ी करने वाले दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने कई लोगों से लाखों रुपए की ठगी भी की है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों की पहचान अमृतपाल सिंह और अजयपाल सिंह (दोनों 24 वर्षीय) के रूप में हुई है, जो गुरदासपुर के आलेचक गांव के निवासी हैं। दोनों ने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है।
पुलिस में भर्ती का दिया झांसा
डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर आलम विजय सिंह ने बताया कि पुलिस को दी शिकायत में गली शहीद वाली चौक परागदास निवासी अमनदीप सिंह ने बताया कि उसका 20 वर्षीय बेटा चनप्रीत सिंह 12वीं तक पढ़ा है। अजयपाल सिंह अपने घर के पास ही एक मकान में किराए के कमरे में रह रहा था। अजयपाल ने खुद को सीबीआई का विशेष अधिकारी बताया। उन्होंने अपने छोटे भाई अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस कांस्टेबल की वर्दी पहने हुए अपनी एक तस्वीर दिखाई और कहा कि वह उनके बेटे को पुलिस में भर्ती करवा सकते हैं।
तैयार लेटर और दो लाख रुपए बरामद
एसएचओ सरमेल सिंह ने जांच के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। किराए के मकान पर छापा मारने पर अजयपाल के पास से फर्जी सीबीआई आईडी कार्ड, कांस्टेबल भर्ती के लिए तैयार किए गए लेटर और 2 लाख रुपए बरामद हुए। इसके अलावा अमृतपाल सिंह से पंजाब पुलिस कांस्टेबल की वर्दी समेत बैज, नेम प्लेट, पीपी बकल वाली काली बेल्ट, कांस्टेबल की खाकी, लाल और नीली पगड़ी बरामद की गई है। डीसीपी लॉ एंड बॉर्डर ने बताया कि दोनों भाई लोगों को ठगकर उनसे पैसे ऐंठते थे। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।


