Pushpa-2 भगदड़ मामले में एक साल बाद पुलिस का बड़ा एक्शन, अल्लू अर्जुन समेत 24 के खिलाफ चार्जशीट दायर
हैदराबाद में पुष्पा-2 की स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान हुई भगदड़ मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है. इसमें अभिनेता अल्लू अर्जुन सहित 24 लोगों को आरोपी बनाया गया है. जांच में थिएटर प्रबंधन की लापरवाही और भीड़ नियंत्रण में विफलता को हादसे की मुख्य वजह बताया गया है.

नई दिल्ली : हैदराबाद में फिल्म पुष्पा-2 की स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान हुई भगदड़ के मामले में पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल कर दी है. चिक्कडपल्ली पुलिस द्वारा दायर इस आरोप पत्र में अभिनेता अल्लू अर्जुन समेत कुल 24 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इस मामले ने फिल्मी कार्यक्रमों में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
चार्जशीट में अल्लू अर्जुन समेत 24 आरोपी
लापरवाही को बताया हादसे की वजह
जांच में पुलिस ने निष्कर्ष निकाला है कि यह हादसा गंभीर लापरवाही का परिणाम था. आरोप है कि थिएटर प्रबंधन को पहले से पता था कि अभिनेता की मौजूदगी के कारण भारी भीड़ जुटेगी, इसके बावजूद पर्याप्त सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के इंतज़ाम नहीं किए गए. इसी आधार पर थिएटर मालिक पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304-ए के तहत आरोप लगाए गए हैं.
4 दिसंबर की घटना ने ली एक महिला की जान
यह घटना 4 दिसंबर 2024 को हैदराबाद के आरटीसी एक्स रोड्स स्थित संध्या थिएटर में हुई थी. फिल्म की प्रीमियर स्क्रीनिंग के दौरान अभिनेता की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में प्रशंसक जमा हो गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई. इस भगदड़ में 35 वर्षीय महिला रेवती की मौत हो गई, जबकि उनका नाबालिग बेटा श्रीतेज गंभीर रूप से घायल हो गया.
सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी उजागर
पुलिस जांच में सामने आया कि घटना के समय सुरक्षा मानकों का ठीक से पालन नहीं किया गया था. भीड़ के दबाव और अव्यवस्था के कारण हालात बेकाबू हो गए. जांच एजेंसियों का मानना है कि अगर समय रहते उचित इंतज़ाम किए जाते, तो इस तरह की त्रासदी टाली जा सकती थी.
अभिनेता की भूमिका पर भी उठे सवाल
चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि अभिनेता अल्लू अर्जुन को भीड़ के संभावित खतरे की जानकारी होने के बावजूद थिएटर आने और कार्यक्रम जारी रखने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. पुलिस के अनुसार, स्थानीय प्रशासन के साथ बेहतर समन्वय और भीड़ प्रबंधन की योजना बनाई जानी चाहिए थी.
आगे की कानूनी प्रक्रिया
अब इस मामले में आगे की कार्रवाई अदालत में चलेगी, जहां सभी आरोपियों की भूमिका की कानूनी जांच होगी. यह मामला फिल्मी आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था की अनिवार्यता और जिम्मेदारी को एक बार फिर चर्चा के केंद्र में ले आया है.


