फिल्म लॉन्च में भगवान को लेकर राजामौली का बयान वायरल, समर्थकों और आलोचकों में टकराव
प्रसिद्ध फिल्मकार एस.एस. राजामौली हाल ही में अपनी नई फिल्म ‘वाराणसी’ के लॉन्च कार्यक्रम में भगवान पर दिए गए एक बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं.

प्रसिद्ध फिल्मकार एस.एस. राजामौली हाल ही में अपनी नई फिल्म ‘वाराणसी’ के लॉन्च कार्यक्रम में दिए गए एक बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं. हिंदू पौराणिक कथाओं पर आधारित भव्य फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले राजामौली ने मंच से यह कह दिया कि वे भगवान में विश्वास नहीं रखते. उनके इस कथन ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है.
क्यों चिढ़े राजामौली?
कार्यक्रम के दौरान राजामौली ने भावुक होते हुए कहा कि आज का दिन मेरे लिए बेहद संवेदनशील है. मैं व्यक्तिगत रूप से ईश्वर में आस्था नहीं रखता. मेरे पिता ने मुझसे कहा कि पीछे से भगवान हनुमान सब ठीक कर देंगे और यह बात सुनकर मैं चिढ़ गया. क्या सचमुच ऐसा होता है? उन्होंने यह प्रतिक्रिया इवेंट में हुई तकनीकी गड़बड़ियों और सुरक्षा में हुई चूक के संदर्भ में दी.
निर्देशक ने आगे बताया कि उनकी पत्नी भी भगवान हनुमान की बड़ी भक्त हैं और उनसे वैसे बात करती हैं जैसे किसी करीबी मित्र से की जाती है. राजामौली ने स्वीकार किया कि उस समय उन्हें अपनी पत्नी की इस श्रद्धा पर भी गुस्सा आया था. उन्होंने कहा कि जब पिताजी ने आशीर्वाद की बात दोहराई, मेरे भीतर हताशा बढ़ती गई.
लोगों ने जताई आपत्ति
उनके इस बयान पर कई लोगों ने आपत्ति जताई, खासकर इसलिए क्योंकि राजामौली की ‘बाहुबली’ और ‘आरआरआर’ जैसी फिल्मों में पौराणिक तत्व प्रमुख रूप से दिखाए गए हैं. एक सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ने लिखा कि अगर वे भगवान में भरोसा नहीं रखते, तो ‘वाराणसी’ जैसा नाम कैसे चुन सकते हैं और पौराणिक किरदारों को अपनी फिल्मों में जगह कैसे देते हैं?
वहीं, कुछ लोगों ने राजामौली के पक्ष में तर्क दिया कि एक कलाकार का निजी विश्वास उसकी रचनात्मकता पर सवाल खड़ा नहीं करता. एक यूजर ने टिप्पणी की, “वो किसी धर्म का अपमान नहीं कर रहे. सिर्फ अपनी सोच बता रहे हैं। इससे वाद-विवाद खड़ा करना ठीक नहीं.”
राजामौली ने भारतीय महाकाव्यों पर की बात
कार्यक्रम में राजामौली ने भारतीय महाकाव्यों के प्रति अपने आकर्षण पर भी बात की. उन्होंने कहा कि बचपन से ही रामायण और महाभारत को पर्दे पर उतारना उनका सपना रहा है. उन्होंने खुलासा किया कि रामायण के एक महत्वपूर्ण प्रसंग को फिल्माने का अवसर उन्हें बहुत जल्दी मिल गया और उस दौरान उन्हें अद्भुत अनुभव हुआ.
राजामौली ने बताया कि ‘वाराणसी’ के लिए शूट किया गया एक विशेष सीक्वेंस 60 दिनों की लगातार मेहनत के बाद पूरा हुआ. हर फ्रेम को नए सिरे से गढ़ना उनके लिए एक चुनौती था. उन्होंने विश्वास जताया कि यह हिस्सा फिल्म का सबसे प्रभावशाली दृश्य साबित होगा.
‘वाराणसी’ 2027 की गर्मियों में रिलीज होने जा रही है, जिसमें महेश बाबू, प्रियंका चोपड़ा जोनास और पृथ्वीराज सुकुमारन मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे.


