तमिलनाडू के स्कूलों में भी दिखेगी दिल्ली की झलक,अरविंद केजरीवाल ने किया 26 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन
केजरीवाल सरकार की दिल्ली मॉडल की गूंज पूरे देश में सुनाई देने लगी है। एक तरफ बीजेपी जहां इसकी आलोचना कर रही हैं वहीं तमिलनाडु की सरकार दिल्ली मॉडल को अपने राज्य में भी अपना रही है।

तामिलनाडु : केजरीवाल सरकार की दिल्ली मॉडल की गूंज पूरे देश में सुनाई देने लगी है। एक तरफ बीजेपी जहां इसकी आलोचना कर रही हैं वहीं तमिलनाडु की सरकार दिल्ली मॉडल को अपने राज्य में भी अपना रही है। सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तमिलनाडु पहुंचे और तमिलनाडु सरकार द्वारा बनाए गए 26 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन किया। ये मॉडल दिल्ली के स्कूलों पर बेस्ड है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने तमिलानडु समकक्ष एमके स्टालिन की उपस्थित में योजना का शुभारंभ किया।
तमिलनाडु में कई शिक्षा पहलों के शुभारंभ के मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारत तभी आगे बढ़ेगा जब हम एक दूसरे से सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे। भारत को नंबर 1 बनाने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण है। माननीय मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से जुड़कर खुशी हुई। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश में 27 करोड़ छात्र स्कूल जाते हैं जिनमें 18 करोड़ सरकारी स्कूलों में जाते हैं। कुछ को छोड़कर पूरे देश में सरकारी स्कूलों की स्थिति दयनीय है। हम चाहते हैं कि हमारा देश नंबर 1 देश बने लेकिन जब देश में 66% सरकारी स्कूलों में ऐसी शिक्षा मिलेगी तो देश नंबर 1 कैसे बनेगा? जब तक हम सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा देना शुरू नहीं करेंगे, विकसित देश बनने का सपना हमेशा दूर रहेगा। मैं बहुत निराश हूं। मैं सुनता रहता हूं कि कुछ राज्य सरकारी स्कूल बंद कर रहे हैं, कुछ उच्च शुल्क ले रहे हैं एक गरीब आदमी अपने बच्चों को कैसे पढ़ाएगा? हमारे 2/3 बच्चे अनपढ़ रहेंगे, जिस देश में दो तिहाई बच्चे निरक्षर हैं, वहां देश आगे नहीं बढ़ सकता।
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि इस देश में जन्म लेने वाले प्रत्येक बच्चे का अधिकार होना चाहिए, चाहे वह अमीर हो या गरीब, मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करना। और प्रत्येक बच्चे को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना प्रत्येक सरकार का कर्तव्य होना चाहिए। केजरीवाल ने आगे कहा कि आजादी के 75 साल बाद, सबसे पहले शिक्षा पर जोर दिया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर भी, अगर सभी सरकारें एक साथ आती हैं - जैसे तमिलनाडु और दिल्ली, तो हम भारत के सभी सरकारी स्कूलों को केवल 5 वर्षों में सर्वश्रेष्ठ बना सकते हैं। कार्यकर्म के दौरान दिल्ली के सीएम और तमिलनाडु के सीएम एक साथ तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शुभारंभ किया, जिसमें महिला छात्रों के लिए मासिक मोनेटरी सहायता, 26 स्कूल ऑफ एक्सलेंस और 15 मॉडल स्कूल शामिल हैं।
आपको बता दें कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन 1 अप्रैल, 2022 को दिल्ली के दौरे पर आए थे। इस दौरान सीएम स्टालिन ने दिल्ली सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों का दौरा किया था।अपने इस दौरे पर वह दिल्ली के शिक्षा के मॉडल से बहुत प्रभावित हुए थे। उस दौरान उन्होंने दिल्ली की तर्ज पर अपने राज्य में मॉडल स्कूल तैयार करने की इच्छा व्यक्त की थी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उन्हें देखने के लिए आमंत्रित किया था।


