सीएम हेमंत सोरेन ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी का किया विरोध, कहा-यह चुनी गई सरकार को दबाने का प्रयास

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी निराशाजनक और निंदनीय है और यह लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार पर हमला है।

Lalit Hudda
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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी निराशाजनक और निंदनीय है और यह लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार पर हमला है।

रविवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने आबकारी मामले में गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा बयान दिया है। हेमंत सोरेन ने कहा कि "दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी निराशाजनक और निंदनीय है।" उन्होंने कहा कि "यह लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकारों की आवाजों पर हमला करने और उन्हें दबाने का एक और बेशर्म प्रयास है, जो लोगों और उनके मुद्दों के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।"

बता दें कि सीबीआई ने रविवार को मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया था। करीब आठ घंटे चली पूछताछ के बाद सीबीआई ने 2021-22 आबकारी नीति लागू करने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर रविवार शाम को मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है।

सीबीआई के अधिकारियों का कहना है कि वो मनीष सिसोदिया के जवाब से संतुष्ट नहीं थे। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि मनीष सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। इस वजह से उन्हें गिरफ्तार किया गया है। मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आप नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी के निशाना साधना शुरू कर दिया। इसके बाद बीजेपी और आप के बाद राजनीति तेज हो गई है।

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के एक दिन बाद सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर बड़ा दावा किया है कि सीबीआई के कई अधिकारी मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के पक्ष में नहीं थे, लेकिन राजनीति दबाब में उन्हें राजनीतिक आकाओं की बात माननी पड़ी।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, "मुझे बताया गया है कि ज्यादातर सीबीआई अधिकारी मनीष की गिरफ्तारी के खिलाफ थे। सीबीआई के अधिकारी उनका बहुत सम्मान करते हैं। वह मानते हैं कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है, लेकिन उन्हें गिरफ्तार करने का राजनीतिक दबाव इतना अधिक था कि उन्हें अपने राजनीतिक आकाओं की बात माननी पड़ी।"

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27 February 2023, 02:01 PM IST

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