'पाकिस्तान को पानी की एक भी बूंद न मिले', अमित शाह ने जल संसाधन मंत्री के साथ की बैठक, सिंधु जल संधि पर हुई चर्चा

पहलगाम में मंगलवार को हुए जघन्य आतंकी हमले के बाद भारत ने दशकों पुरानी संधि को निलंबित कर दिया है. इस आतंकी हमले में 26 बेगुनाह लोगों की जान चली गई, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और पाकिस्तान के साथ 1960 की सिंधु जल संधि के संबंध में भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा की. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पाकिस्तान को पानी की आपूर्ति तत्काल प्रभाव से रोक दी जाएगी और रणनीति को लागू करने के तरीकों पर चर्चा की गई. मंत्रियों ने दीर्घकालिक और अल्पकालिक रणनीतियों के बारे में चर्चा की. चर्चा में आगे की कार्रवाई और संधि को स्थगित रखने के निर्णय को लागू करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया. भारत ने पहले ही पाकिस्तान को सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखने के अपने निर्णय के बारे में सूचित कर दिया है. पाकिस्तान ने संधि की शर्तों का उल्लंघन किया है.

पहलगाम में मंगलवार को हुए जघन्य आतंकी हमले के बाद भारत ने दशकों पुरानी संधि को निलंबित कर दिया है. इस आतंकी हमले में 26 बेगुनाह लोगों की जान चली गई, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे. पत्र में लिखा गया है, "परिणामस्वरूप उत्पन्न सुरक्षा अनिश्चितताओं ने संधि के तहत भारत के अधिकारों के पूर्ण उपयोग को सीधे तौर पर बाधित किया है." 

पाकिस्तान को भेजे गए पत्र में "काफी हद तक बदली हुई जनसंख्या, स्वच्छ ऊर्जा के विकास में तेजी लाने की जरूरत और अन्य बदलावों" को भी संधि के दायित्वों के पुनर्मूल्यांकन की जरूरत वाले कारणों के रूप में रेखांकित किया गया है. इस निर्णय को प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के लिए औपचारिक रूप से अधिसूचना भी जारी की है.

सिंधु जल संधि

विश्व बैंक द्वारा मध्यस्थता की गई संधि ने 1960 से भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के वितरण और उपयोग को नियंत्रित किया है. सिंधु नदी प्रणाली में मुख्य नदी, सिंधु और उसकी सहायक नदियां शामिल हैं. रावी, ब्यास, सतलुज, झेलम और चिनाब इसकी बायीं तट की सहायक नदियाँ हैं, जबकि काबुल नदी, जो कि दाहिनी तट की सहायक नदी है, भारतीय क्षेत्र से होकर नहीं बहती है.

रावी, ब्यास और सतलुज को सामूहिक रूप से पूर्वी नदियां कहा जाता है, जबकि सिंधु, झेलम और चिनाब को पश्चिमी नदियां कहा जाता है. इस नदी का पानी भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. स्वतंत्रता के समय, दो नवगठित राष्ट्रों - भारत और पाकिस्तान - के बीच सीमा रेखा सिंधु बेसिन से होकर गुजरती थी, जिससे भारत ऊपरी तटवर्ती राज्य और पाकिस्तान निचला तटवर्ती राज्य बन जाता था.

calender
25 April 2025, 07:48 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag