'पीएम मोदी... को बहुत महत्व देते हैं', अमेरिका के सुर बदलने पर विदेश मंत्री जयशंकर का बड़ा बयान
भारत-अमेरिका रिश्तों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों ने फिर से साझेदारी की मजबूती को उजागर किया. मोदी ने ट्रंप की ‘दोस्त’ वाली टिप्पणी का स्वागत किया, वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रणनीतिक रिश्तों की अहमियत पर जोर दिया. हालिया व्यापारिक तनाव और रूस-चीन मुद्दों के बावजूद दोनों देशों के संबंध मजबूत बने हुए हैं.

India US relations: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हमेशा से घनिष्ठ व्यक्तिगत संबंध रहे हैं. यह बयान ऐसे समय आया जब ट्रंप ने मोदी को मित्र और महान प्रधानमंत्री कहा. प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे ट्रंप की भावनाओं का पूरा समर्थन करते हैं.
अमेरिका के साथ साझेदारी को अहमियत
जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत-अमेरिका संबंध केवल नेताओं के व्यक्तिगत रिश्तों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह एक रणनीतिक साझेदारी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के साथ हमारे रिश्तों को बेहद महत्व देते हैं. जहां तक राष्ट्रपति ट्रंप का सवाल है, उनके और पीएम मोदी के बीच व्यक्तिगत समीकरण हमेशा अच्छे रहे हैं. लेकिन असल मायने यही हैं कि भारत और अमेरिका गहराई से जुड़े हुए हैं.
व्यापार पर बढ़ा तनाव
पिछले कुछ हफ्तों में भारत-अमेरिका संबंधों में खिंचाव देखने को मिला है. ट्रंप प्रशासन ने भारतीय आयातों पर कुल 50% टैरिफ लगा दिया. इनमें से 25% बेसलाइन था, जबकि अतिरिक्त शुल्क का कारण रूस से तेल आयात बताया गया. यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में अमेरिका ने यह कदम उठाया. नई दिल्ली ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए इसे अनुचित और अस्वीकार्य करार दिया.
ट्रंप की ‘दोस्त’ वाली टिप्पणी पर मोदी की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति की टिप्पणी के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे संबंधों के सकारात्मक आकलन की मैं तहेदिल से सराहना करता हूं और उनका समर्थन करता हूं. भारत और अमेरिका के बीच व्यापक और वैश्विक स्तर की रणनीतिक साझेदारी है, जो सकारात्मक और दूरदर्शी है.
ट्रंप ने भी हालिया संवाददाता सम्मेलन में यह स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के रिश्तों में किसी प्रकार की स्थायी बाधा नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा मोदी का दोस्त रहूंगा. वह एक महान प्रधानमंत्री हैं. हालांकि, मौजूदा समय में उनकी कुछ नीतियों से मैं सहमत नहीं हूं. फिर भी, भारत और अमेरिका के बीच विशेष संबंध बने रहेंगे.
एससीओ समिट के बाद ट्रंप की टिप्पणी
ट्रंप का बयान उस समय आया जब उनसे हाल ही में किए गए उनके सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में सवाल पूछा गया. उस पोस्ट में उन्होंने कहा था कि भारत और रूस चीन के गहरे प्रभाव में जा सकते हैं. यह टिप्पणी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में मोदी के साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी के संदर्भ में थी.


