'इतना गरीब देश, एक राष्ट्र के तौर पर फेल', सीमा पर तनाव के बीच असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान पर बोला हमला
असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को "विफल राष्ट्र" करार देते हुए उसके नेताओं की युद्ध संबंधी बयानबाजी की आलोचना की. उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को जवाब देते हुए कहा कि भारतीय मुसलमानों ने 1947 में विभाजन के बाद भारत में रहने का फैसला किया था. ओवैसी ने पाकिस्तान की आंतरिक समस्याओं का जिक्र करते हुए चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने आतंकवादी हमले जारी रखे, तो भारत जवाबी कार्रवाई करेगा, जिसमें वे सरकार का समर्थन करेंगे.

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के तनाव के बीच, भारतीय संसद के सदस्य और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के नेताओं पर तीखा हमला किया है. उन्होंने पाकिस्तान को "विफल राष्ट्र" करार देते हुए कहा कि जो लोग युद्ध की बयानबाजी कर रहे हैं, वे "इस्लाम को नहीं समझते." ओवैसी ने यह बयान पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को संबोधित करते हुए दिया, जिनकी भड़काऊ टिप्पणियों के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है.
1947 में किए गए फैसले की याद दिलाई
ओवैसी ने पाकिस्तान के नेताओं को याद दिलाया कि भारतीय मुसलमानों ने 1947 के विभाजन के समय भारत छोड़ने का फैसला नहीं किया था. उन्होंने कहा, "हमने (मुहम्मद अली) जिन्ना के विभाजन के संदेश को खारिज किया और भारत में रहने का निर्णय लिया. भारत हमारी भूमि है, यह हमारी भूमि रहेगी, इंशाअल्लाह." ओवैसी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में जो लोग "बकवास" कर रहे हैं, उन्हें इस्लाम की शिक्षाओं से वंचित किया गया है और वे इस्लाम को सही से नहीं समझते.
पाकिस्तान को 'विफल राष्ट्र' बताया
ओवैसी ने पाकिस्तान को एक "विफल राष्ट्र" करार दिया और इसके आर्थिक और सामाजिक समस्याओं का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "आप एक ऐसे देश में रहते हैं जहां लोगों को मुहाजिर और पठान जैसे जातिगत नामों से संबोधित किया जाता है. आपका देश इतना गरीब है कि लोग भूख से परेशान हैं. आपके पास अफगानिस्तान और ईरान के साथ सीमा विवाद हैं. पाकिस्तान एक असफल राष्ट्र है." ओवैसी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान का आंतरिक अस्थिरता और सामाजिक असमानता इस बात का प्रमाण है कि यह देश कभी भी अपनी स्थिरता हासिल नहीं कर सकेगा.
पहलगाम आतंकी हमले क्या बोले ओवैसी?
ओवैसी ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि इस हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है और इससे भारतीय समाज में विभाजन की भावना पैदा करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, "हमें एकजुट रहना चाहिए. जो लोग हिंदू और मुसलमानों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, वे भारत को कमजोर बना रहे हैं. इस तरह के आतंकी हमले के बाद हमें धार्मिक आधार पर नहीं बंटना चाहिए." ओवैसी ने यह भी चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने इस तरह के हमलों को जारी रखा, तो यह देश और दुनिया के लिए गंभीर परिणाम हो सकता है.
परमाणु धमकियों पर ओवैसी की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के नेताओं द्वारा परमाणु हमलों की धमकियों पर ओवैसी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "पाकिस्तान हमेशा अपनी परमाणु शक्ति का रौब दिखाता है, लेकिन उन्हें यह याद रखना चाहिए कि अगर वे किसी देश में घुसकर निर्दोष लोगों को मारते हैं, तो वह देश चुप नहीं बैठेगा." उन्होंने पाकिस्तान के नेताओं को चेतावनी दी कि यदि वे भारत के खिलाफ युद्ध की स्थिति पैदा करते हैं, तो भारत अपनी भूमि की रक्षा करेगा और चुप नहीं रहेगा. ओवैसी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो ज़रदारी को यह याद रखना चाहिए कि आतंकवाद ने उनकी मां, पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो को भी मार डाला था.
जवाबी कार्रवाई में भारत का समर्थन
ओवैसी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि भारत पाकिस्तान के खिलाफ कोई जवाबी कार्रवाई करता है, तो वह पूरी तरह से केंद्र सरकार के साथ खड़े होंगे. उन्होंने कहा, "जो लोग पाकिस्तान द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों के खिलाफ कार्रवाई करने का विरोध कर रहे हैं, उन्हें समझना चाहिए कि यह देश की सुरक्षा और उसकी संप्रभुता का सवाल है." ओवैसी ने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान अपने आतंकवादी ठिकानों को खाली कर रहा है, तो भारत को वहां जाकर अपने अधिकार को स्थापित करना चाहिए.


