छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एनकाउंटर, 12 नक्सली ढेर, 3 जवान शहीद
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर हुए और सुरक्षा बलों के तीन जवान शहीद हो गए.

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ हुई है, जिसमें 12 नक्सली ढेर हुए हैं. इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के तीन जवान शहीद हो गए और एक अन्य घायल हो गया. बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई CRPF और CoBRA की संयुक्त टीम ने बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा के वेस्ट बस्तर डिवीजन के जंगल में की.
नक्सलियों ने अचानक शुरू की फायरिंग
सुरक्षा बलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि बीजापुर जिले के पश्चिम बस्तर डिवीजन के जंगलों में नक्सलियों की गतिविधियां बढ़ गई हैं. इसके बाद जिला रिज़र्व गार्ड (DRG), स्पेशल टास्क फोर्स और CoBRA की टीमों को मौके पर भेजा गया. जैसे ही सुरक्षा बल जंगल में पहुंचे, नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी. सुरक्षा बलों ने तुरंत मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई शुरू की.
मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से तेज गोलीबारी हुई. अधिकारी ने बताया कि अब तक 12 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं. वहीं, सुरक्षा बलों के तीन जवान शहीद हुए और दो अन्य घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. ऑपरेशन में शामिल सभी जवानों ने बहादुरी और रणनीति के साथ नक्सलियों को चुनौती दी.
इस साल छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में अब तक कुल 268 नक्सली मारे जा चुके हैं. इनमें से 239 बस्तर डिवीजन में ही ढेर हुए हैं, जिसमें बीजापुर और दंतेवाड़ा समेत सात जिले शामिल हैं. वहीं, रायपुर डिवीजन के गरियाबंद जिले में 27 नक्सली मारे गए, जबकि दुर्ग डिवीजन के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में इस साल अब तक दो नक्सली ढेर हुए हैं.
नक्सलियों के आतंक का गढ़ बस्तर
पिछले कुछ वर्षों में बस्तर क्षेत्र नक्सलियों के आतंक और हिंसा का गढ़ रहा है, लेकिन सुरक्षा बल लगातार उनके खिलाफ सघन कार्रवाई कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि ऐसी ऑपरेशन्स नक्सलियों की कमर तोड़ने और ग्रामीणों में सुरक्षा का भरोसा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं. बीजापुर में हुई इस मुठभेड़ से यह संदेश भी जाता है कि राज्य सरकार और सुरक्षा बल नक्सली गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
इस ऑपरेशन में DRG, STF और CoBRA की टीमों का समन्वय निर्णायक रहा. अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी नक्सल प्रभावित इलाकों में इसी तरह की कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि प्रदेश में कानून और व्यवस्था बनाए रखी जा सके.


