score Card

सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद राहुल गांधी पर बरसे अमित मालवीय, 'प्रमाणित राष्ट्र-विरोधी' दिया करार

राहुल गांधी की भारत-चीन सीमा विवाद पर की गई टिप्पणी को लेकर राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है. भाजपा नेता अमित मालवीय ने राहुल पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें 'प्रमाणित राष्ट्र-विरोधी' करार दिया.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत-चीन सीमा विवाद पर की गई टिप्पणी को लेकर राजनीतिक हलकों में जोरदार बहस छिड़ गई है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से गांधी को फटकार मिलने के बाद भाजपा नेता अमित मालवीय ने तीखा हमला बोलते हुए उन्हें 'प्रमाणित राष्ट्र-विरोधी' करार दिया. यह विवाद तब शुरू हुआ जब राहुल गांधी ने दावा किया कि चीन ने भारत के करीब 2,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है. कोर्ट ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या गांधी के पास इस दावे का कोई पुख्ता प्रमाण है.

अमित मालवीय ने लगाए गंभीर आरोप 

अमित मालवीय ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर गांधी पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने लिखा कि राहुल गांधी बार-बार ऐसे बयान देते हैं जो भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के खिलाफ जाते हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गांधी ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एक गुप्त समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया है, जिसका विवरण अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है. मालवीय के अनुसार, यह समझौता भारत की जनता से छिपाया गया. इसका उद्देश्य भारतीय हितों के बजाय चीनी हितों की रक्षा करना था.

मालवीय ने यह भी दावा किया कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से चंदा मिला था और फाउंडेशन ने भारत की अर्थव्यवस्था को चीन के लिए खोलने की सिफारिश की थी. इसके अलावा, उन्होंने 2020 में गलवान घाटी संघर्ष के दौरान राहुल गांधी द्वारा चीनी अधिकारियों से जानकारी लेने की कोशिशों को भी देशविरोधी करार दिया. मालवीय का आरोप था कि गांधी ने सेना पर ऐसे मनोबल गिराने वाले आरोप लगाए जिन्हें भारत के विरोधियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया.

सुप्रीम कोर्ट ने की राहुल गांधी की आलोचना

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी की आलोचना की, लेकिन उन्हें राहत भी दी. कोर्ट ने बीआरओ के पूर्व महानिदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि मामले पर रोक लगा दी. यह मामला राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दी गई उस टिप्पणी से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जवानों की 'पिटाई' कर रहे हैं. लखनऊ की एक अदालत ने इसे सेना की मानहानि बताया था, जिसे गांधी ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी.

इस घटनाक्रम ने एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी राजनीतिक खींचतान को जन्म दिया है. भाजपा जहां राहुल गांधी पर भारत के राष्ट्रीय हितों को चोट पहुंचाने का आरोप लगा रही है. वहीं, कांग्रेस का कहना है कि गांधी ने सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर वैध सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेताओं के अनुसार, राहुल गांधी देश के भविष्य को लेकर चिंतित हैं और उनकी टिप्पणियाँ सरकार की जिम्मेदारी तय करने की दिशा में हैं.

2020 में गलवान घाटी में हुए संघर्ष ने भारत-चीन संबंधों को एक नया मोड़ दिया था. उस झड़प के बाद सीमा विवाद, सैन्य तैनाती और बुनियादी ढांचे को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है. ऐसे में राहुल गांधी द्वारा इस मुद्दे पर की गई किसी भी टिप्पणी को राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील माना जा रहा है.

गांधी की विदेश नीति 

अमित मालवीय ने गांधी की विदेश नीति को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि गांधी की विदेश में भारत की आलोचना करने की प्रवृत्ति देश की वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचा रही है. उन्होंने राहुल गांधी को 'कूटनीतिक आपदा' तक कह डाला.

जैसे-जैसे 2024 के आम चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और क्षेत्रीय अखंडता जैसे मुद्दे राजनीतिक विमर्श के केंद्र में आ गए हैं. भाजपा और कांग्रेस दोनों इन संवेदनशील विषयों पर अपने-अपने रुख को स्पष्ट करने में जुटे हुए हैं. इस बढ़ती राजनीतिक बयानबाज़ी के बीच, जनता भी यह तय करने को लेकर सजग होती जा रही है कि देश के हित में कौन सही खड़ा है.

calender
04 August 2025, 04:36 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag