मेघायल हनीमून घटना के बाद सिक्किम पहुंचा एक और कपल, 12 दिनों बाद भी नही मिला सुराग...परिवार ने लगाई गुहार- बेटे-बहू को ढूंढो
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से हनीमून पर सिक्किम गए कौशलेंद्र और अंकिता 29 मई को एक भीषण सड़क हादसे में लापता हो गए. उनका वाहन नदी में गिर गया था. अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. परिवार सदमे में है और सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है. एनडीआरएफ रेस्क्यू में जुटी है.

इंदौर की राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी के बाद अब यूपी का एक और नवविवाहित दपंति लापता बताया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से गए कौशलेंद्र सिंह और उनकी पत्नी अंकिता सिंह शादी के बाद हनीमून मनाने के लिए सिक्किम गए हुए थे. ये जोड़ा 24 मई को हनीमून पर निकला था, लेकिन 29 मई की रात एक हादसे में लापता हो गया. ट्रैवलर वाहन नदी में गिर गया था, जिसमें वे सफर कर रहे थे. अब तक दोनों की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. आपको बता दें कि सिक्किम में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से हालात और भी खराब हो गए हैं. सैकड़ों पर्यटक प्रभावित हैं.
परिजनों की गुहार: ‘बेटे-बहू को ढूंढो’
कौशलेंद्र के पिता शेर बहादुर सिंह अपने अन्य परिजनों के साथ सिक्किम पहुंचे हैं. वे लगातार स्थानीय प्रशासन और सरकार से बेटे-बहू की खोज में मदद की गुहार लगा रहे हैं. दोनों के परिवार वालों की हालत बेहद खराब है, सब लोग गहरे दुख में डूबे हैं. परिजनों ने उत्तर प्रदेश और सिक्किम सरकार से अपील की है कि खोजबीन तेज की जाए.
29 मई की रात हुआ दर्दनाक हादसा
जानकारी के अनुसार, 29 मई को कौशलेंद्र और अंकिता गंगटोक लौट रहे थे. चुंगथांग इलाके में भारी बारिश के बीच वाहन अचानक अनियंत्रित हो गया और करीब 1000 फीट गहरी खाई में गिरकर नदी में समा गया. हादसे में एक यात्री की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हुए हैं. 8 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं. एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में लगी है, लेकिन मौसम खराब होने के कारण राहत कार्य में दिक्कतें आ रही हैं.
सिक्किम होटल से मिला सामान, गांव में पसरा सन्नाटा
नवविवाहित जोड़े का सामान सिक्किम के होटल से बरामद हुआ है, लेकिन दोनों का अब तक कोई पता नहीं चल सका है. प्रतापगढ़ जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र के राहाटीकर गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. गांव के लोग चिंतित हैं और किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत हैं.
शादी के बाद पहली यात्रा बनी दुखदायी
कौशलेंद्र ने पांच मई को अंकिता के साथ लखनऊ में सात फेरे लिए थे. अंकिता लखनऊ के मेदांता अस्पताल में मेडिसिन विभाग में कार्यरत हैं, जबकि कौशलेंद्र दिल्ली में सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे थे. यह उनकी शादी के बाद की पहली यात्रा थी. परिजनों के अनुसार, 29 मई की शाम को आखिरी बार बात हुई थी, उसके बाद से संपर्क नहीं हो पाया.
‘बेटा और बहू सलामत मिल जाएं’
कौशलेंद्र की मां बेबी सिंह हादसे की खबर के बाद से लगातार रो रही हैं. उन्होंने बताया कि दुर्घटना से कुछ समय पहले बहू से बात हुई थी. अब दोनों परिवार हादसे की खबर सुनकर सदमे में हैं और ईश्वर से दोनों की सलामती की प्रार्थना कर रहे हैं.