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Air India Plan Crash: AAIB की जांच Report पर भड़का इंडियन पायलट फेडरेशन, दी ये बड़ी चेतावनी

अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के बाद जिस मीडिया रिपोर्ट में पायलट को दोषी ठहराया गया है, उस पर फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने तीखी आपत्ति दर्ज की है. संगठन के अध्यक्ष कैप्टन सी.एस. रंधावा ने बयान जारी कर इस रिपोर्ट को पूरी तरह गलत और भ्रामक बताया है.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में पायलट को जिम्मेदार ठहराने वाली अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट पर फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) ने कड़ी आपत्ति जताई है .संगठन के अध्यक्ष कैप्टन सी.एस. रंधावा ने ज़ोर देकर कहा कि यह रिपोर्ट पूरी तरह गलत है और इस पर भरोसा करना अनुचित होगा.

AAIB की रिपोर्ट में पायलट की गलती नहीं

कैप्टन रंधावा ने बताया कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहीं भी यह नहीं लिखा गया कि किसी पायलट ने जान-बूझकर ईंधन स्विच बंद किया था. उन्होंने साफ कहा, “यह रिपोर्ट पढ़े बिना आरोप लगा दिए गए हैं. हम इस मीडिया संस्थान के खिलाफ एफआईपी के माध्यम से कार्रवाई करेंगे.''

जनता से अपील, जल्दबाजी में टिप्पणी न करें

कैप्टन रंधावा ने आम लोगों से आग्रह किया है कि वे जांच पूरी होने से पहले कोई निष्कर्ष न निकालें. उन्होंने कहा कि जल्दीबाज़ी में बयान देने से यात्रियों के मन में “हवाई यात्रा से भय” पैदा हो सकता है. उन्होंने कहा कि विस्तृत रिपोर्ट आ जाने तक धैर्य रखें और तटस्थ रहें.

तकनीकी समस्या की संभावना

रंधावा ने 2019 में हुई एनएच985 की घटना का उदाहरण दिया, जब थ्रस्ट रिवर्सर्स के इस्तेमाल के दौरान इंजन बंद हो गया था. उन्होंने कहा कि इस हादसे में भी ऐसा ही ‘थ्रॉटल कंट्रोल मालफंक्शन’ (TCMA) की समस्या हो सकती है और इसकी गहन जांच जरूरी है उन्होंने बोइंग और जांच टीम से इस तकनीकी पहलू पर फोकस करने की मांग की.

पायलटों को जांच में शामिल करने की मांग

एफआईपी अध्यक्ष ने नागरिक उड्डयन मंत्री से अनुरोध किया है कि जांच टीम में पायलट, इंजीनियर और हवाई सुरक्षा विशेषज्ञ शामिल किए जाएं उनका कहना है कि अभी जांच समिति में पायलट विशेषज्ञ नहीं हैं, जिससे तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं को समझना कठिन हो रहा है.

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को कड़ा जवाब

रंधावा ने अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को भी आलोचनात्मक आवाज दी. उन्होंने कहा कि उनका इस रिपोर्ट से कोई संपर्क नहीं था, लेकिन रिपोर्ट में जानबूझकर पायलट को दोषी ठहराया गया उन्होंने इसे “मूलभूत रूप से भ्रामक” करार दिया और भविष्य में कानूनी कार्रवाई का संकेत दिया.

FIP का विरोध और जांच प्रक्रिया पर सवाल

पहले भी एफआईपी ने कहा था कि प्रारंभिक रिपोर्ट और मीडिया में चर्चा से उन्हें गंभीर चिंता है. उन्होंने यह कहते हुए आपत्ति जताई कि पायलट प्रतिनिधियों को जांच प्रक्रिया से बाहर रखा गया है, जिससे निष्पक्षता और संतुलन पर असर पड़ा है.

क्या है वॉल स्ट्रीट रिपोर्ट 

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में हवाला दिया गया था कि विमान के फर्स्ट ऑफिसर ने जांच में बताया कि उन्हें “कटऑफ” स्थिति में स्विच करते कैप्टन को देखकर आश्चर्य हुआ. हालांकि, इस बात पर एफआईपी ने पूरी तरह इन्कार किया है और अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराई है.

कमजोर जांच प्रक्रिया और जिम्मेदारी का आरोप बिना गहराई से देखने के बजाए मीडिया रिपोर्टों पर आधारित पूर्वग्रह से हो सकता है. फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स इस दिशा में जांच प्रक्रिया को अधिक व्यावहारिक और वैज्ञानिक बनाने की मांग कर रहा है, ताकि सत्य जल्द सामने आ सके और यात्रियों का भरोसा बनी रहे.

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17 July 2025, 06:07 PM IST

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