छांगुर को पूर्व IPS देते थे संरक्षण, बदले में वसूलते थे मोटी रकम... लाल डायरी से हो सकते है बड़े खुलासे
बलरामपुर निवासी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर, जो अवैध धर्मांतरण रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है, उस पर एक और बड़ा खुलासा सामने आया है छांगुर के एक करीबी व्यक्ति ने सनसनीखेज दावा किया है कि उसका संबंध एक पूर्व आईपीएस अधिकारी सहित कई प्रभावशाली अधिकारियों से था आरोप है कि ये अधिकारी छांगुर को सिर्फ संरक्षण ही नहीं देते थे, बल्कि धर्मांतरण जैसे अवैध कार्यों को आगे बढ़ाने में भी उसकी मदद करते थे.

बलरामपुर निवासी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर, जो अवैध धर्मांतरण रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, उस पर अब एक और बड़ा खुलासा सामने आया है छांगुर के एक नजदीकी व्यक्ति ने दावा किया है कि उसका संबंध एक पूर्व आईपीएस अधिकारी समेत कई प्रभावशाली अधिकारियों से था आरोप है कि ये अधिकारी छांगुर को न केवल संरक्षण देते थे बल्कि धर्मांतरण के काम को आगे बढ़ाने में उसकी मदद भी करते थे, जिसके बदले में वे मोटी रकम वसूलते थे.
छांगुर को पुलिस से मिलती थी मदद
सूत्रों के अनुसार, जब भी छांगुर पर कार्रवाई का खतरा मंडराता, तो पूर्व आईपीएस अधिकारी उसकी पुलिसिया मदद करते थे छांगुर की गिरफ्तारी या उसके नेटवर्क पर कार्रवाई न हो, इसके लिए प्रभाव का इस्तेमाल किया जाता था यह सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से किया जाता रहा ताकि अवैध गतिविधियों पर पर्दा डाला जा सके.
राजनीति में घुसने की थी छांगुर की मंशा
छांगुर की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं भी सामने आई हैं वह सिर्फ धार्मिक गतिविधियों तक सीमित नहीं रहना चाहता था, बल्कि सत्ता तक पहुंचने की योजना भी बना चुका था इसके लिए उसने उतरौला निवासी एक पूर्व पुलिस अधिकारी को विधानसभा चुनाव लड़वाने की योजना बनाई थी छांगुर चाहता था कि उसके विश्वासी लोग राजनीतिक पदों पर पहुंचे, जिससे उसे और मजबूत संरक्षण मिल सके.
‘लाल डायरी’ से हो सकता है बड़ा खुलासा
छांगुर की करीबी मानी जाने वाली नीतू उर्फ नसरीन के कमरे से एक लाल रंग की डायरी बरामद हुई है इस डायरी में कई नेताओं के नाम दर्ज पाए गए हैं, जिन्हें कथित तौर पर यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी रकम दी गई थी जांच एजेंसियों का मानना है कि इस डायरी के जरिए कई राजनीतिक राज सामने आ सकते हैं फिलहाल यह डायरी जांच एजेंसियों के कब्जे में है और इसकी गहन जांच की जा रही है.
भारत ही नहीं, नेपाल तक फैला नेटवर्क
इस पूरे मामले की जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि छांगुर का नेटवर्क भारत के बाहर नेपाल तक फैला हुआ था एक समाचार चैनल की टीम जब सीमा पार नेपाल के गांवों तक पहुंची, तो चौंकाने वाले खुलासे हुए वहां के कई गांवों में हिंदू लड़कियों को मुस्लिम युवकों द्वारा बहला-फुसलाकर उनका धर्मांतरण करवाया गया था कई पीड़ित लड़कियों ने कैमरे पर अपनी आपबीती सुनाई कुछ लड़कियां आज तक वापस नहीं लौटी हैं और उनके परिवार वाले सालों से उनकी तलाश में हैं.
करोड़ों का लेन-देन, ED कर रही जांच
छांगुर पर यह भी आरोप है कि उसने हवाला के जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन किया है प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस पूरे मनी ट्रेल और फंडिंग नेटवर्क की जांच कर रहा है ऐसा शक है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में इसी अवैध फंडिंग के माध्यम से धर्मांतरण की गतिविधियां चलाई गईं ईडी इस बात का भी पता लगाने में जुटी है कि फंडिंग किन स्रोतों से हुई और इसका उपयोग कहां-कहां हुआ.
कई आरोपी गिरफ्तार, जांच अभी जारी
फिलहाल इस मामले में छांगुर, नीतू, नवीन समेत कई अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है एटीएस, ईडी और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में हर कोण से जांच कर रही हैं हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं, जिससे यह साफ हो रहा है कि यह एक सुनियोजित और गहराई से फैला हुआ धर्मांतरण रैकेट है.


