एयर इंडिया विमान दुर्घटनाग्रस्त: रडार डेटा में सामने आई दिल दहला देने वाली सच्चाई, 625 फीट ऊपर चढ़ने के बाद हुआ हादसा
अहमदाबाद में एयर इंडिया की उड़ान संख्या AI171 दुर्घटनाग्रस्त हो गई. ये लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने वाली बोइंग 787 ड्रीमलाइनर थी. विमान टेकऑफ के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

गुरुवार को अहमदाबाद में एयर इंडिया की उड़ान संख्या AI171 दुर्घटनाग्रस्त हो गई. ये लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने वाली बोइंग 787 ड्रीमलाइनर थी, टेकऑफ के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. रडार डेटा से पता चला कि विमान केवल 625 फीट की ऊंचाई पर था, जब इसका संपर्क हवाई यातायात नियंत्रण से टूट गया.
625 फीट की ऊंचाई पर खो गया सिग्नल
विमान में 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे. ये विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से भारतीय समयानुसार अपराह्न 1:39 बजे उड़ान भरने के बाद एक मिनट से भी कम समय में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. फ्लाइटरडार 24 के अनुसार, विमान का सिग्नल 625 फीट की ऊंचाई पर खो गया, जो उस आकार के विमान के लिए बेहद कम ऊंचाई थी. खासकर जब उसे लंबी दूरी की उड़ान के लिए भारी ईंधन भरा गया था.
वीडियो में देखा गया कि विमान ने ऊंचाई हासिल करने में संघर्ष किया और फिर अचानक तेज़ी से नीचे गिरते हुए एक जोरदार विस्फोट हुआ. इसके बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे के बाद आसमान में घना काला धुआं उठने लगा और आपातकालीन सेवाएं घटनास्थल पर पहुंचीं. विमान में भरे ईंधन से आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि दमकलकर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
विमान में तकनीकी विफलता
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने पुष्टि की है कि चालक दल ने उड़ान के कुछ ही क्षण बाद एक गंभीर आपातकाल का संकेत दिया था. हालांकि, दुर्घटना से पहले कोई और जानकारी प्राप्त नहीं हुई थी. प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, ऊंचाई में तेजी से कमी और विमान के असमर्थ होने से यह संकेत मिलता है कि विमान में एक गंभीर तकनीकी विफलता हुई थी.
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर उन्नत नेविगेशन और सुरक्षा प्रणालियों से लैस है. इसमें सिंथेटिक विज़न सिस्टम (SVS) और मॉड्यूलर एवियोनिक्स जैसी सुविधाएं हैं, जो पायलट की स्थिति की जागरूकता और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाती हैं. बचाव कार्य तुरंत शुरू हुआ, जिसमें कई दमकल वाहन और एंबुलेंस तैनात किए गए. घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया. हालांकि, हताहतों की संख्या अभी तक स्पष्ट नहीं है.


