कश्मीर के अंबानी! आतंकवाद के साये में खड़ी की अरबों डॉलर की इंडस्ट्री
मुश्ताक छाया ने ग्रैंड मुमताज होटल्स की स्थापना की. उनके समूह के कश्मीर, जम्मू और दिल्ली में 14 होटल हैं. इनमें से छह होटल प्रतिष्ठित रेडिसन ब्रांड के माध्यम से संचालित होते हैं. उस होटल में श्रीनगर स्थित रेडिसन कलेक्शन होटल एंड स्पा रिवरफ्रंट भी शामिल है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं. मुकेश अंबानी ने अपने कारोबार का विस्तार विभिन्न क्षेत्रों में किया है. उनके जैसे कुछ लोग हैं जो अपने क्षेत्रों में उद्योग का विस्तार कर रहे हैं. कश्मीर में अस्थिरता और आतंकवाद के दौर में एक व्यक्ति ने अपने दृढ़ संकल्प और दूरदर्शिता से वहां उद्योग खड़ा किया. इससे हजारों लोगों को रोजगार मिला. इसीलिए उन्हें कश्मीर का अंबानी कहा जाता है. कश्मीर के अंबानी कहे जाने वाले इस शख्स का नाम मुश्ताक अहमद चाया है.
मुश्ताक अहमद चाया का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था. उन्होंने 1984 में गुलमर्ग के एक छोटे से होटल से अपना करियर शुरू किया था. पर्यटन व्यवसाय में उनका कदम बहुत सफल रहा. अब उनके पास जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में 14 होटल और 450 कमरे हैं. कश्मीर ने पर्यटकों को होटल के कमरे किराये पर देकर अरबों रुपए कमाए हैं. उनका मुश्ताक होटल समूह कश्मीर, जम्मू और दिल्ली में फैला हुआ है. उनकी रेडिसन, एलटीएच और ब्लूम जैसे प्रतिष्ठित ब्रांडों के साथ साझेदारियां हैं.
ग्रैंड मुमताज होटल्स की स्थापना
मुश्ताक छाया ने ग्रैंड मुमताज होटल्स की स्थापना की. उनके समूह के कश्मीर, जम्मू और दिल्ली में 14 होटल हैं. इनमें से छह होटल प्रतिष्ठित रेडिसन ब्रांड के माध्यम से संचालित होते हैं. उस होटल में श्रीनगर स्थित रेडिसन कलेक्शन होटल एंड स्पा रिवरफ्रंट भी शामिल है. इसमें 212 कमरे हैं. मुश्ताक छाया न केवल एक सफल व्यवसायी हैं, बल्कि वे सामाजिक कार्यों में भी हमेशा अग्रणी रहते हैं. वह जम्मू और कश्मीर होटलियर्स क्लब के अध्यक्ष हैं. वह पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष रह चुके हैं.
कश्मीर में आतंकवाद और राजनीतिक अस्थिरता
कश्मीर में आतंकवाद और राजनीतिक अस्थिरता है. उस स्थिति में भी मुश्ताक छाया ने अपना कारोबार बढ़ाना जारी रखा. उनकी दूरदर्शिता और जोखिम उठाने की क्षमता ने उन्हें एक सफल उद्यमी बना दिया है. उन्होंने न केवल अपने कारोबार का विस्तार किया बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए. इसीलिए उन्हें कश्मीर का अंबानी कहा जाता है.


