जम्मू-कश्मीर के रामबन में सेना का वाहन खाई में गिरा, तीन जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में एक सेना वाहन खाई में गिरने से तीन जवान शहीद हो गए, जबकि कुछ घायल हुए हैं. हादसा ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी रास्ते और खराब मौसम के कारण हुआ. घटना के तुरंत बाद, सेना और पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा. सेना ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं, और स्थानीय प्रशासन ने सड़क सुरक्षा सुधारने के उपायों पर विचार किया है. शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में एक दर्दनाक हादसे में भारतीय सेना को तीन बहादुर जवानों को खोना पड़ा. यह दुर्घटना तब हुई जब सेना का एक वाहन अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा. यह हादसा उस समय हुआ जब सैनिकों का दल नियमित गश्ती ड्यूटी पर था और ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी रास्तों से होकर गुजर रहा था. वाहन के खाई में गिरने से दो जवानों की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि अन्य कुछ घायल बताए जा रहे हैं.
खराब रास्ते और मौसम बना हादसे की वजह
रामबन क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण मानी जाती है. यहां अक्सर संकरी और फिसलन भरी सड़कों के कारण हादसों का खतरा बना रहता है. हादसे के समय मौसम भी पूरी तरह साफ नहीं था और हल्की बारिश के कारण सड़कें और भी ज्यादा खतरनाक हो गई थीं. प्रारंभिक जांच के अनुसार वाहन का संतुलन बिगड़ने की वजह से यह गहरी खाई में गिर गया.
घायल जवानों को दिया गया त्वरित उपचार
घटना की सूचना मिलते ही नजदीकी सेना और स्थानीय पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची. बचाव अभियान चलाकर घायलों को खाई से निकाला गया और उन्हें इलाज के लिए सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया. सेना के डॉक्टरों की टीम द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद कुछ जवानों को गंभीर स्थिति में हेलिकॉप्टर के माध्यम से उच्च स्तरीय मेडिकल सुविधा के लिए स्थानांतरित किया गया.
शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि
तीनों शहीद जवानों के बलिदान को सम्मानित करते हुए सेना ने एक शोक सभा का आयोजन किया. उनके पार्थिव शरीर को पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनके पैतृक स्थानों के लिए रवाना किया गया. अधिकारियों और स्थानीय नागरिकों ने भी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया.
सेना ने दिए जांच के आदेश
भारतीय सेना ने इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की गहन जांच के आदेश दे दिए हैं. जांच दल यह पता लगाएगा कि क्या वाहन में कोई तकनीकी खराबी थी या फिर सड़क की स्थिति और मौसम ने इसे प्रभावित किया. साथ ही, भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षात्मक उपायों की समीक्षा भी की जाएगी.
स्थानीय प्रशासन का सहयोग
रामबन जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य में सेना का पूरा सहयोग किया. प्रशासन ने सड़कों की मरम्मत, सुरक्षा संकेतों की स्थापना और वाहनों की आवाजाही के लिए नई मार्गदर्शिका लागू करने की योजना पर भी चर्चा शुरू कर दी है.


