विमानन मंत्री ने इंडिगो को हवाई किराया वृद्धि को लेकर दी हिदायत, एयरलाइन ने दी प्रतिक्रिया
इंडिगो एयरलाइन के नेटवर्क में नवंबर के अंतिम सप्ताह से लगातार बढ़ रही उड़ान रद्दीकरण की घटनाओं और व्यापक परिचालन अव्यवस्था को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डीजीसीए ने गुरुवार को एक विस्तृत समीक्षा बैठक बुलाई.

इंडिगो एयरलाइन के नेटवर्क में नवंबर के अंतिम सप्ताह से लगातार बढ़ रही उड़ान रद्दीकरण की घटनाओं और व्यापक परिचालन अव्यवस्था को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डीजीसीए ने गुरुवार को एक विस्तृत समीक्षा बैठक बुलाई. बैठक में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और इंडिगो प्रबंधन शामिल हुए.
मंत्री ने स्थिति की गंभीरता पर जताई चिंता
मंत्री ने स्थिति की गंभीरता पर चिंता जताई और एयरलाइन को यात्रियों की परेशानी कम करने व सामान्य संचालन जल्द बहाल करने के लिए तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए. बैठक के दौरान इंडिगो ने रद्द उड़ानों से संबंधित आंकड़े पेश किए और कहा कि यह संकट संशोधित फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) नियमों के लागू होने, पायलट-क्रू प्लानिंग में चुनौतियों और मौसम संबंधी अवरोधों के कारण उत्पन्न हुआ. हालांकि मंत्री नायडू ने एयरलाइन की तैयारी पर असंतोष प्रकट किया और कहा कि नए नियामक बदलावों के लिए पर्याप्त समय उपलब्ध था, लेकिन उनकी तैयारी अधूरी रही.
नागरिक उड्डयन मंत्री ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के शीर्ष अधिकारियों से भी बातचीत की और निर्देश दिया कि सभी हवाईअड्डा निदेशक हालात पर लगातार नज़र रखें और फंसे यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करें. इसके साथ ही डीजीसीए को भी निर्देश दिए गए कि रद्दीकरण के दौरान हवाई किरायों की कीमतों पर कड़ी निगरानी रखी जाए ताकि यात्रियों का आर्थिक शोषण न हो. उन्होंने एयरलाइन को यह भी आदेश दिया कि संभावित रद्दीकरण की जानकारी यात्रियों को समय रहते दी जाए और ज़रूरत पड़ने पर होटल तथा अन्य आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएं.
प्रतिदिन 170 से 200 उड़ानें हो रहीं रद्द
डीजीसीए ने भी अपनी समीक्षा बैठक में इंडिगो में उड़ान रद्दीकरण की बढ़ती संख्या को गंभीर चिंता का विषय बताया. नियामक के अनुसार वर्तमान में प्रतिदिन 170 से 200 उड़ानें रद्द हो रही हैं, जो सामान्य से काफी अधिक है. इंडिगो ने डीजीसीए को जानकारी दी कि वह 8 दिसंबर से अपने उड़ान संचालन में कटौती करेगा और 10 फरवरी 2026 तक परिचालन पूरी तरह सामान्य होने की संभावना है.
एयरलाइन ने आगाह किया कि सुधारात्मक प्रयास जारी हैं, लेकिन आने वाले दिनों में और रद्दीकरण हो सकते हैं. डीजीसीए ने इंडिगो को क्रू भर्ती, प्रशिक्षण, बेड़े में विमानों की वापसी, रोस्टर प्रबंधन और सुरक्षा आकलन से संबंधित विस्तृत रोडमैप प्रस्तुत करने को कहा है.
गुरुवार को इस संकट का सबसे बड़ा प्रभाव तब दिखा जब इंडिगो ने 550 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दीं. दिल्ली में 172, मुंबई में 118 और बेंगलुरु में 100 उड़ानें प्रभावित हुईं. समय पर संचालन के लिए पहचानी जाने वाली एयरलाइन का बुधवार को OTP (ऑन-टाइम परफॉर्मेंस) केवल 19.7% दर्ज किया गया. एयरलाइन के सीईओ पीटर एल्बर्स ने कर्मचारियों से कहा कि परिचालन को सामान्य करना आसान लक्ष्य नहीं होगा, लेकिन टीम को इसे प्राथमिकता बनाकर काम करना होगा.


