Budget Session: 'जब बुखार ज्यादा चढ़ता है...', विपक्ष के हंगामे पर पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, "हम 2025 में हैं और 21वीं सदी का 25 प्रतिशत हिस्सा बीत चुका है. राष्ट्रपति के अभिभाषण से साफ होता है कि उन्होंने आगामी 25 वर्षों के लिए एक नया विश्वास पैदा करने और विकसित भारत के संकल्प को मजबूती देने की बात की है."

PM Modi in Parliament: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए कई अहम मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि यह उनका 14वां संबोधन था और इस मौके पर उन्हें देशवासियों का आभार व्यक्त करने का अवसर मिला. प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष और कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी सरकार ने झूठे नारे नहीं बल्कि वास्तविक विकास किया है, जिसके परिणामस्वरूप 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं.
मोदी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी तंज कसा, हालांकि उनका नाम लिए बिना. उन्होंने कहा कि कुछ नेता "जकूजी" और स्टाइलिश शावर पर ध्यान देते हैं, जबकि एनडीए सरकार का ध्यान लोगों तक पानी पहुंचाने पर है. मोदी ने बताया कि एनडीए के कार्यकाल से पहले 75 प्रतिशत घरों में नल का पानी नहीं था, लेकिन उनकी सरकार ने पांच साल में 12 करोड़ घरों को नल कनेक्शन दिया है.
पीएम ने 21वीं सदी पर की चर्चा
प्रधानमंत्री ने कहा, "हम 2025 में हैं और 21वीं सदी का 25 प्रतिशत हिस्सा बीत चुका है. राष्ट्रपति के अभिभाषण से साफ होता है कि उन्होंने आगामी 25 वर्षों के लिए एक नया विश्वास पैदा करने और विकसित भारत के संकल्प को मजबूती देने की बात की है." मोदी ने यह भी कहा कि गरीबों के लिए काम करने वाली उनकी सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.
राहुल के फोटो सेशन पर सवाल
राहुल गांधी पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन करके अपना मनोरंजन करते हैं, उन्हें गरीबों के मुद्दे बोरिंग लगते हैं. इसके अलावा, पीएम ने विपक्ष के हंगामे पर भी टिप्पणी की और कहा, "जब बुखार चढ़ता है तो लोग कुछ भी बोलते हैं, और जब लोग हताश होते हैं तो भी ऐसा ही होता है." उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने 10 करोड़ धोखेबाजों के नाम सरकारी योजनाओं से हटाए और वास्तविक लाभार्थियों को इसका लाभ दिया.
पीएम मोदी ने संसद में क्या कहा?
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यह भी बताया कि पहले जब दिल्ली से एक रुपया भेजा जाता था, तो केवल 15 पैसे ही नीचे तक पहुंचते थे. उन्होंने कहा कि अब उनकी सरकार का मॉडल "बचत भी विकास भी" है और "जनता का पैसा जनता के लिए". पीएम मोदी ने यह भी कहा कि 2014 से पहले सिर्फ दो लाख रुपये तक की आय पर कर माफी थी, लेकिन अब 12 लाख रुपये तक की आय पर संपूर्ण कर माफी दी जाती है.