LoC पर 12वें दिन भी पाकिस्तान की गोलीबारी, भारतीय सेना ने दिया करारा जवाब – अब आर-पार की तैयारी?
पाकिस्तान लगातार 12 दिन से LoC पर फायरिंग कर रहा है और भारत भी अब चुप नहीं बैठा — जवाब उसी अंदाज में मिल रहा है. हालात गर्म हैं और दोनों तरफ से मोर्चा संभाल लिया गया है. क्या सीमा पर कुछ बड़ा होने वाला है? जानिए पूरी खबर में...

India-Pak Tension: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच माहौल और भी ज्यादा तनावपूर्ण हो गया है. भारत की ओर से उठाए गए सख्त कूटनीतिक कदमों के बाद पाकिस्तान बुरी तरह बौखलाया हुआ है. अपनी झुंझलाहट को जाहिर करने के लिए अब वह LoC (नियंत्रण रेखा) पर फायरिंग कर रहा है. बीते 12 दिनों से पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी जारी है लेकिन भारतीय सेना ने भी अब उसे उसकी ही भाषा में जवाब देना शुरू कर दिया है.
12 दिन, कई बार फायरिंग, अब सब्र का इम्तिहान खत्म!
5 से 6 मई की रात पाकिस्तान ने एक बार फिर कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर के आसपास LoC पर छोटे हथियारों से फायरिंग की. खास बात यह है कि यह गोलीबारी बिना किसी उकसावे के की गई. यानी पाकिस्तान जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है.
भारतीय सेना ने दी सधी हुई और सख्त प्रतिक्रिया
भारतीय सेना ने इस नापाक हरकत का तगड़ा जवाब दिया. सूत्रों के मुताबिक, हर मोर्चे पर सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उसकी पोस्ट्स को निशाना बनाया है. सेना का साफ संदेश है कि उकसावे पर चुप नहीं बैठेंगे, जवाब दिया जाएगा और वो भी उसी अंदाज़ में.
राजनीतिक और सैन्य दोनों मोर्चों पर कड़ा रुख
भारत सरकार पहले ही पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आवाज़ उठा चुकी है. इसके अलावा सिंधु जल संधि पर फिर से विचार करने और अन्य रणनीतिक कदम उठाने की दिशा में भी भारत आगे बढ़ चुका है. अब फौजी मोर्चे पर भी सख्ती साफ तौर पर दिखाई दे रही है.
क्या आने वाले दिन और तनावपूर्ण होंगे?
LoC पर जारी यह गोलीबारी आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है. सेना के सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान की ओर से लगातार हलचल देखी जा रही है. ऐसे में सेना भी हाई अलर्ट पर है और हर हालात से निपटने के लिए तैयार है. पाकिस्तान की ओर से LoC पर चल रही फायरिंग उसके डर और दबाव को दिखाती है. लेकिन भारत अब चुप नहीं बैठेगा, जवाब भी मिलेगा और वो भी पूरी ताकत के साथ. सवाल ये है — क्या अब वक्त आर-पार की लड़ाई का आ गया है?


