दिल्ली के दिल पर आतंकी वार! लाल किले के पास कार ब्लास्ट, खौफ का माहौल, जांच NIA को भी संकेत
दिल्ली के लाल किले के पास खड़ी कार में हुए धमाके ने शहर को दहला दिया। इस घटना में कई लोग घायल हुए और कुछ की मौत हुई। पुलिस ने मामले को आतंकी हमला मानकर UAPA में केस दर्ज किया है।

नई दिल्ली. धमाके के बाद पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि इनकी क्या भूमिका थी। क्या ये कार के संपर्क में थे या नहीं। मोबाइल कॉल और लोकेशन डाटा खंगाला जा रहा है। जानकारी के आधार पर आगे कार्रवाई तय होगी। सोमवार शाम 6:52 बजे लाल किले के पास अचानक तेज धमाका हुआ। धमाका एक आई-20 कार में हुआ जो सड़क के किनारे खड़ी थी।
आवाज इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। लोग घबराकर सड़क पर इधर-उधर भागने लगे। बढ़ते धुएं और आग की लपटों ने अफरा-तफरी मचा दी। आसपास दुकानों के शीशे टूट गए। इलाके में तुरंत पुलिस और राहत दल पहुंच गए।
मौत और घायलों की स्थिति
इस धमाके में 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। लगभग 20 लोग घायल हुए हैं जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। सभी घायलों को तुरंत लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में डॉक्टरों की टीम देर रात तक इलाज करती रही। घायलों के परिजन अस्पताल के बाहर रोते-बिलखते नजर आए। प्रशासन ने घायलों को बेहतर देखभाल का भरोसा दिया है। इस घटना ने कई परिवारों को सदमे में डाल दिया।
UAPA के तहत मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने इस घटना को सामान्य दुर्घटना नहीं माना है। पुलिस ने UAPA और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच टीम ने घटना स्थल से नमूने इकट्ठा किए हैं। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। जांच में कोई भी बिंदु छोड़ा नहीं जा रहा है। एजेंसियां इसे एक योजनाबद्ध आतंकी वारदात मान रही हैं। मामले की जांच उच्चस्तर पर जारी है।
चार संदिग्ध हिरासत में
पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। ये लोग घटना वाली कार के आसपास देखे गए थे। पुलिस उनसे कार के बारे में सवाल कर रही है कि यह कहाँ से आई। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इनके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क है। संदिग्धों के कॉल रिकॉर्ड और मोबाइल डाटा की भी जांच हो रही है। उनसे मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। पुलिस को जल्द अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
विस्फोट की तीव्रता और शक
धमाका इतना शक्तिशाली था कि कार के हिस्से करीब 250 मीटर दूर तक जा गिरे। विशेषज्ञों का कहना है कि यह साधारण ईंधन से हुआ धमाका नहीं हो सकता। इसमें किसी उच्च क्षमता वाले विस्फोटक के इस्तेमाल का शक है। शुरुआती अंदेशा RDX जैसे विस्फोटक पर जा रहा है। फॉरेंसिक टीम नमूनों की जांच कर रही है। परिणाम आने पर साजिश की असल तस्वीर सामने आएगी। यह धमाका साधारण घटना नहीं बल्कि सोची-समझी वारदात लग रही है।
14 साल बाद दिल्ली में बड़ा धमाका
राजधानी में बड़े धमाके की ऐसी घटना काफी समय बाद हुई है। इससे पहले 2011 में हाई कोर्ट के पास बड़ा विस्फोट हुआ था। उस घटना की याद भी इस धमाके ने ताज़ा कर दी। लोगों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। सुरक्षा एजेंसियों पर भी दबाव बढ़ा है। बार-बार ऐसे हमले सवाल खड़े करते हैं। दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।
अस्पताल और क्षेत्र में हाई अलर्ट
लोक नायक अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इमरजेंसी गेट को बंद कर दिया गया है ताकि भीड़ नियंत्रित रहे। डॉक्टरों को अतिरिक्त स्टाफ की कॉल कर दी गई है। धमाके वाली जगह को बैरिकेड कर दिया गया है। पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात है। आसपास की दुकानों और बाजारों पर नजर रखी जा रही है। दिल्ली में कई संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।


