दिल्ली चुनाव 2025: 70 सीटें, 699 उम्मीदवार और 1.56 करोड़ मतदाता – किसका होगा राज?

दिल्ली की 70 सीटों पर जबरदस्त मुकाबला जारी है! AAP फिर से सत्ता बचाने की कोशिश में है, तो BJP और कांग्रेस वापसी के लिए लड़ रही हैं. खासतौर पर नई दिल्ली, जंगपुरा, पटपड़गंज, कालकाजी और बिजवासन सीटों पर बड़ा घमासान देखने को मिल रहा है. केजरीवाल अपनी कुर्सी बचा पाएंगे या इस बार दिल्ली बदलेगी? जानिए इस सियासी जंग का पूरा हाल!

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Edited By: Aprajita

Delhi Election 2025: दिल्ली की सियासी जंग अपने चरम पर है! 2025 के विधानसभा चुनावों में राजधानी की सत्ता की कुर्सी के लिए ज़बरदस्त टक्कर देखने को मिल रही है. आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार तीसरी बार जीतने का सपना देख रही है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं.

इस चुनावी महासमर में कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं और 1.56 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. राजधानी की 70 विधानसभा सीटों पर 13,766 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां सुबह 7 बजे से ही वोटिंग का सिलसिला जारी है. लेकिन इस चुनाव में कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां कांटे की टक्कर है और जिनका नतीजा दिल्ली की राजनीति की दिशा तय कर सकता है. आइए जानते हैं उन 5 हॉट सीटों के बारे में, जहां सबसे दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है.

1. नई दिल्ली सीट: केजरीवाल बनाम दो दिग्गजों की लड़ाई

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की यह पारंपरिक सीट हमेशा सुर्खियों में रहती है. इस बार उनका मुकाबला भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित से है. प्रवेश वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं, जबकि संदीप दीक्षित पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे हैं. तीन बड़े नामों के बीच मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है.

2. जंगपुरा सीट: मनीष सिसोदिया की प्रतिष्ठा दांव पर

दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया जंगपुरा सीट से चुनावी मैदान में हैं. उनका सीधा मुकाबला भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस के फरहाद सूरी से है. सिसोदिया के लिए यह चुनाव काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि उनके जेल में रहने के बावजूद AAP उन्हें चुनावी मैदान में उतारकर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रही है.

3. पटपड़गंज सीट: यूपीएससी ट्यूटर अवध ओझा की नई पारी

इस बार पटपड़गंज सीट पर सबकी नज़रें हैं, क्योंकि यहां से मशहूर UPSC ट्यूटर अवध ओझा चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला भाजपा के रविंदर सिंह नेगी और कांग्रेस के चौधरी अनिल कुमार से है. 2020 में यह सीट मनीष सिसोदिया ने जीती थी, लेकिन अब देखना होगा कि क्या अवध ओझा की लोकप्रियता वोटों में बदल पाएगी या नहीं.

4. कालकाजी सीट: आतिशी vs रमेश बिधूड़ी, कौन मारेगा बाज़ी?

AAP की दमदार नेता और दिल्ली की सीएम आतिशी इस बार कालकाजी सीट से चुनावी मैदान में हैं. उनके सामने भाजपा ने साउथ दिल्ली के फायरब्रांड नेता रमेश बिधूड़ी को उतारा है. यह मुकाबला इसलिए भी दिलचस्प हो गया है, क्योंकि आतिशी को सीएम फेस के तौर पर पेश किया जा रहा है, जबकि बिधूड़ी की एग्रेसिव पॉलिटिक्स किसी से छुपी नहीं है.

5. बिजवासन सीट: बीजेपी में आए कैलाश गहलोत की अग्निपरीक्षा

AAP छोड़कर भाजपा में गए पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत इस बार बिजवासन सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला AAP के सुरेंद्र भारद्वाज और कांग्रेस के देवेंद्र सहरावत से है. यह सीट इसलिए भी खास हो गई है, क्योंकि कैलाश गहलोत पहले AAP के बड़े चेहरों में से एक थे, लेकिन अब वह भाजपा के उम्मीदवार हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता उन्हें इस बदलाव के लिए कैसे आंकती है.

कौन मारेगा बाज़ी?

दिल्ली का चुनाव सिर्फ एक सरकार बनाने की लड़ाई नहीं, बल्कि राजधानी की राजनीति की दिशा तय करने वाला सबसे बड़ा इम्तिहान है. AAP अपनी सरकार के काम और मुफ्त योजनाओं पर भरोसा जता रही है, तो BJP मोदी लहर के दम पर दिल्ली की गद्दी हथियाना चाहती है. वहीं, कांग्रेस वापसी की उम्मीद लिए मैदान में है.

अब फैसला जनता के हाथ में है – क्या दिल्ली एक बार फिर AAP पर भरोसा जताएगी, या इस बार बदलाव की बयार बहने वाली है? रिजल्ट 11 फरवरी को आएंगे, तब तक चुनावी रोमांच जारी रहेगा!

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05 February 2025, 04:10 PM IST

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