दो दिन की राहत के बाद दिल्ली फिर जहरीली हवा की चपेट में, AQI 'बहुत खराब' के पार! क्यों बढ़ रहा है प्रदूषण?
दिल्ली की हवा ने फिर से अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. जो दो में दिन में हल्की-फुल्की राहत मिली थी, वो अब बस याद बनकर रह गई. शनिवार सुबह होते ही धुंध और जहरीली हवा ने शहर पर फिर से कब्जा जमा लिया.

नई दिल्ली: दिल्ली की हवा एक बार फिर लोगों की सेहत पर भारी पड़ने लगी है. महज दो दिन की मामूली राहत के बाद शनिवार को राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ गया. सुबह से ही धुंध और जहरीली हवा का असर साफ नजर आया, जिससे कई इलाकों में आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी की शिकायतें सामने आईं.
एयर क्वालिटी इंडेक्स के दोबारा 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंचने से राजधानी और आसपास के इलाकों में रहने वाले करीब साढ़े तीन करोड़ लोगों की चिंता बढ़ गई है. मौसम और प्रदूषण के मेल ने हालात को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, शनिवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 332 दर्ज किया गया, जो सीधे तौर पर 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है.
दो दिन की राहत के बाद फिर बिगड़ी हवा
इससे पहले दिल्ली का औसत AQI 271 दर्ज किया गया था, जो 'खराब' श्रेणी में था. गुरुवार को हालात में कुछ सुधार दिखा और AQI घटकर 234 तक पहुंच गया था. इन दो दिनों के दौरान लोगों को सांस लेने में थोड़ी राहत महसूस हुई, लेकिन शुक्रवार से स्थिति एक बार फिर बिगड़ गई.
8 स्टेशन 'गंभीर' स्तर पर
CPCB के SAMEER ऐप के मुताबिक, दिल्ली के 38 सक्रिय एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 8 स्टेशनों पर AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है. इन इलाकों में आनंद विहार, बवाना, डीटीयू, जहांगीरपुरी, नरेला, नेहरू नगर, रोहिणी और विवेक विहार शामिल हैं. इसके अलावा 20 स्टेशन 'बहुत खराब' और 9 स्टेशन 'खराब' श्रेणी में रिकॉर्ड किए गए.
AQI का पैमाना क्या कहता है
CPCB के मानकों के अनुसार:-
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0 से 50 : अच्छा
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51 से 100 : संतोषजनक
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101 से 200 : मध्यम
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201 से 300 : खराब
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301 से 400 : बहुत खराब
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401 से 500 : गंभीर
प्रदूषण के मुख्य कारण
एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए बने डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहन रहे. वाहनों से निकलने वाला धुआं कुल प्रदूषण में करीब 19.7 प्रतिशत रहा. इसके बाद फैक्ट्रियों का योगदान 10.1 प्रतिशत और घरों से निकलने वाले प्रदूषण का हिस्सा 4.9 प्रतिशत दर्ज किया गया.
NCR जिलों से भी बढ़ा दबाव
दिल्ली के प्रदूषण में एनसीआर के कई जिलों की हिस्सेदारी भी सामने आई है. हरियाणा का झज्जर जिला सबसे बड़ा योगदानकर्ता रहा, जहां से करीब 20 प्रतिशत प्रदूषण दिल्ली में पहुंचा. इसके अलावा सोनीपत और पानीपत से 4-4 प्रतिशत, गुरुग्राम से 4 प्रतिशत और रोहतक से 2.3 प्रतिशत प्रदूषण जुड़ा.
अगले छह दिन भी राहत की उम्मीद कम
एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार, आने वाले छह दिनों तक दिल्ली की हवा 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी रह सकती है. यानी फिलहाल प्रदूषण से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
मौसम भी बढ़ा रहा परेशानी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक कल दिल्ली का अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.6 डिग्री ज्यादा रहा. वहीं न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से थोड़ा कम था. नमी का स्तर 66 प्रतिशत से 100 प्रतिशत के बीच दर्ज किया गया.
घने कोहरे की चेतावनी
IMD का अनुमान है कि शनिवार को अधिकतम तापमान करीब 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. आने वाले कुछ दिनों में सुबह और रात के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई गई है, जिससे प्रदूषण की समस्या और गंभीर हो सकती है.


