'क्या आपने मालदीव के राष्ट्रपति से गले मिलने से पहले उनका धर्म पूछा...' ममता का मोदी पर तीखा तंज
'क्या आपने गले लगाने से पहले मालदीव के राष्ट्रपति से उनका धर्म पूछा था?' ममता बनर्जी ने यह तंज प्रधानमंत्री मोदी के मालदीव यात्रा पर कसा.

Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल को वित्तीय सहायता से वंचित करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने भारत द्वारा मालदीव को 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सहायता देने की हालिया घोषणा पर भी निशाना साधा. ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे पर भी सवाल उठाए और कहा कि वे अपने विदेश दौरे के दौरान कभी धार्मिक पहचान पर सवाल क्यों नहीं करते हैं.
ममता ने प्रधानमंत्री पर किया कटाक्ष
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा, 'जब आप अरब देशों की यात्रा करते हैं और शेखों को गले लगाते हैं, तो क्या आप पूछते हैं कि वे हिंदू हैं या मुसलमान?' उन्होंने मोदी की मालदीव यात्रा पर भी कटाक्ष करते हुए कहा, "क्या आपने मालदीव के राष्ट्रपति से उनका धर्म पूछा था जब आपने उन्हें गले लगाया और बंगाल को उसका हक देने से वंचित रखते हुए 5,000 करोड़ रुपये दान किए थे?"
बंगाली प्रवासियों पर हमलों का विरोध
ममता बनर्जी ने कहा कि वह भाषा के आधार पर देश में किसी प्रकार का विभाजन नहीं चाहतीं. उन्होंने बंगाली प्रवासियों पर हुए कथित हमलों का विरोध किया और केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वे बंगाली भाषी प्रवासियों को निशाना बनाकर बंगाल में 'पिछले दरवाजे से राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू करने' का प्रयास कर रहे हैं.
भाषाई आतंक फैलाने का आरोप
ममता ने केंद्र पर 'भाषाई आतंक' फैलाने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि बंगाल में किसी भी हालत में हिरासत शिविरों का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ममता ने कहा, 'हम भाषाई आतंक के नाम पर हमारे अस्तित्व को खतरे में डालने और पिछले दरवाजे से एनआरसी लागू करने के प्रयास की इस साजिश को रोकेंगे.' उन्होंने आगे कहा, 'मैं बंगाल में एनआरसी लागू करने या डिटेंशन कैंप बनाने की इजाजत नहीं दूंगी.'


