गुजरात से कश्मीर तक फैला ड्रग्स-टेरर नेटवर्क, NIA ने खोली साजिश की परतें
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के तार गुजरात से जुड़ते दिख रहे हैं. एनआईए ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि मुंद्रा बंदरगाह से पकड़ी गई 21,000 करोड़ की हेरोइन का संबंध इस हमले से है. ड्रग्स तस्करी से आतंकियों को फंडिंग की जा रही थी. जांच जारी है.

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे एक बहुत गहरी साजिश सामने आई है. इस हमले का संबंध गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से जुड़ रहा है, जहां कुछ समय पहले 21,000 करोड़ रुपये की हेरोइन पकड़ी गई थी.
इस मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर बताया कि यह ड्रग्स की तस्करी आतंकी हमले से जुड़ी हुई है. NIA के मुताबिक, यह सब ड्रग्स सिंडिकेट का हिस्सा था, जिसका मकसद भारत में आतंकवाद के लिए पैसा जुटाना और युवाओं को नशे में फंसा कर देश को कमजोर करना था.
सुप्रीम कोर्ट में दी गई जानकारी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन. कोटिस्वर सिंह की बेंच को अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने बताया कि पहलगाम में पर्यटकों पर फायरिंग जैसी घटनाएं भी इस साजिश का हिस्सा थीं. उन्होंने कहा कि पहले भी अफगानिस्तान से नशीले पदार्थ वैध कागजात के साथ भारत लाए गए थे, जो दिल्ली के गोदामों में रखे जाते थे. इनकी बिक्री से मिलने वाला पैसा लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को भेजा जाता था.
कबीर तलवार का नाम भी शामिल
NIA ने कहा कि कबीर तलवार नाम का व्यक्ति इस ड्रग्स रैकेट में शामिल था और यह सब गैरकानूनी साजिश का हिस्सा था. ड्रग्स तस्करी के जरिए आतंकियों को आर्थिक मदद दी जा रही थी.
हलफनामे में क्या कहा गया?
NIA ने बताया कि अफगानिस्तान से 2,988.2 किलो हेरोइन पाकिस्तान की ISI और ईरानी बिचौलियों की मदद से भारत भेजी गई थी. इसे तालक पाउडर के रूप में छिपाया गया था और ईरान के रास्ते भारत लाया गया. यह अब तक की भारत में सबसे बड़ी हेरोइन की जब्ती थी.
दोहरा खतरा: समाज और देश की सुरक्षा पर हमला
NIA ने साफ कहा कि इस तस्करी का मकसद युवाओं को नशे में डालना और आतंकी गतिविधियों को फंड देना था. इससे साबित होता है कि ड्रग्स तस्करी और आतंकवाद के बीच गहरा संबंध है.
सख्त कार्रवाई की मांग
यह मामला भारत के लिए एक गंभीर चेतावनी है. NIA इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है, जो देश की सुरक्षा और युवाओं के भविष्य के साथ खेल रहे हैं.


