प्रथम कार सेवक कामेश्वर चौपाल का निधन, राम मंदिर निर्माण में रखी थी पहली 'ईंट'
कामेश्वर चौपाल बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले थे. वह राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी और पूर्व विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं. कामेश्वर ने राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी. राष्ट्रीय स्वंय सेवक (RSS) ने प्रथम कार सेवक का दर्जा भी दिया था.

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी और पूर्व MLC सदस्य कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया है. जानकारी के मुताबिक, कामेश्वर का निधन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल में हुआ. वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. बता दें कि कामेश्वर चौपाल ने ही राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी.
प्रथम कार सेवक का मिला था दर्जा
कामेश्वर चौपाल बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले थे. वह राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी और पूर्व विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं. कामेश्वर ने राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी. राष्ट्रीय स्वंय सेवक (RSS) ने प्रथम कार सेवक का दर्जा भी दिया था.
1989 में जब राम मंदिर के लिए पहली 'राम शिला' (ईंट) रखी जानी थी, उस वक्त कामेश्वर चौपाल को ही चुना गया था, क्योंकि वह राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे थे. साल 1991 में बीजेपी का सदस्य बनने के लिए उन्होंने विश्व हिंदू परिषद (VHP) को छोड़ दिया था. पार्टी ने उन्हें संसदीय चुनाव लड़वाया, जिसमें वह हार गए थे. साल 2014 में दूसरी बार चुनाव हार गए. हालांकि, वह दो बार 2002 से 2014 तक राज्यसभा सदस्य रहे हैं.
बिहार बीजेपी ने जताया गहरा दुख
कामेश्वर चौपाल के निधन पर भारतीय जनता पार्टी की बिहार इकाई ने गहरा दुख व्यक्त किया है. विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए बिहार बीजेपी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कामेश्वर चौपाल राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले, पूर्व विधान पार्षद, दलित नेता, श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के स्थाई सदस्य, विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रहे थे.
सम्पूर्ण जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में लगाया
इसके साथ ही कहा कि कामेश्वर चौपाल का निधन सामाजिक क्षति है. उन्होंने सम्पूर्ण जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित किया. मां भारती के सच्चे लाल थें. ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान एवं उनके परिजनों को संबल प्रदान करें.


