पहले पत्नी का घोंटा गला, फिर भट्टी में जला दी लाश...नदी में बहाई राख, पुणे में ‘दृश्यम’ स्टाइल में मर्डर
पुणे में समीर जाधव ने पत्नी अंजलि की हत्या कर लाश भट्टी में जलाकर सबूत मिटाए और ‘दृश्यम’ से प्रेरित झूठी कहानी रची, लेकिन तकनीकी जांच में पकड़ा गया और अपराध कबूल किया.

पुणेः महाराष्ट्र के पुणे में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक आदमी ने अविश्वसनीय शातिर तरीके से अपनी पत्नी की हत्या कर दी. इस वारदात की योजना उसने बॉलीवुड की मशहूर क्राइम थ्रिलर फिल्म दृश्यम से प्रेरित होकर बनाई थी. उसे लगा कि उसकी चाल कोई पकड़ नहीं पाएगा, लेकिन उसकी ही चालाकी उसके खिलाफ सबूत बन गई और पुलिस ने पूरी कहानी खोल दी.
शक ने करवाया कत्ल
आरोपी समीर जाधव, जो पेशे से ऑटोमोबाइल मैकेनिक है. वह पुणे के शिवाणे इलाके में गैराज चलाता है, अपनी पत्नी अंजलि पर शक करता था. हालांकि जांच में पता चला कि उल्टा वही किसी अन्य महिला के साथ नाजायज़ रिश्ते में था. इसी शक झुंझलाहट और अवैध संबंधों को छुपाने की मंशा ने उसे एक खतरनाक योजना की ओर धकेल दिया.
समीर ने 26 अक्टूबर को अंजलि को यह कहकर एक किराये के गोदाम में बुलाया कि उसने नया बिजनेस शुरू किया है. वहां पहले से ही उसकी खौफनाक योजना तैयार थी. मौका मिलते ही उसने पत्नी का गला घोंटकर हत्या कर दी.
मिटाए गए सबूत
हत्या के बाद समीर ने गोदाम में लोहे की भट्टी में अंजलि की लाश को धीरे-धीरे जलाया. उसने इस काम की तैयारी पहले से कर रखी थी ताकि कोई सबूत न बचे. शरीर पूरी तरह जल जाने के बाद उसने राख को एक नदी में बहा दिया. उस समय बच्चे दिवाली पर पैतृक गांव गए हुए थे, जिससे उसे वारदात को अंजाम देने में आसानी मिली.
‘दृश्यम’ देखकर रची साजिश
पूछताछ में खुलासा हुआ कि समीर ने पिछले कुछ दिनों में दृश्यम फिल्म चार बार देखी थी. फिल्म में अपराध को छुपाने के तरीकों से प्रेरित होकर उसने अपनी पत्नी के मोबाइल से एक दोस्त को “I Love You” भेजा ताकि यह लगे कि वह किसी और के साथ चली गई है. वह लगातार पुलिस स्टेशन जाकर पत्नी की गुमशुदगी की शिकायत भी करता रहा, जिससे शक न हो. लेकिन यही उसकी सबसे बड़ी गलती साबित हुई.
पुलिस को क्यों हुआ शक?
समीर बार-बार पुलिस स्टेशन जाकर अपनी गुमशुदा पत्नी के बारे में पूछताछ करता था. उसकी जरूरत से ज्यादा सक्रियता, विरोधाभासी बयान और मोबाइल फोन से भेजे गए संदिग्ध मैसेज ने पुलिस का ध्यान उसकी ओर खींचा.
पुलिस ने गोदाम की लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल डेटा, तकनीकी सबूत, परीक्षण में लिए और जल्द ही साजिश की परतें खुलने लगीं.
पूछताछ में टूटा आरोपी
कड़ी पूछताछ में समीर जाधव टूट गया और उसने पूरा गुनाह कबूल लिया. डिप्टी पुलिस कमिश्नर संभाजी कदम ने बताया कि आरोपी की हरकतें और तकनीकी सबूतों ने इस ‘दृश्यम स्टाइल’ मर्डर केस को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई.
अंजलि एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थीं. दोनों 2017 में शादी के बंधन में बंधे थे. दोनों के दो बच्चे हैं जो तीसरी और पांचवीं कक्षा में पढ़ते हैं.


