अस्पताल में भर्ती हुए पूर्व PM देवेगौड़ा, समर्थकों में चिंता का माहौल...जानें अब कैसी है हालत
HD Deve Gowda Hospitalized : पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को संक्रमण के चलते बेंगलुरु के मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 92 वर्षीय देवेगौड़ा का मेडिकल निगरानी में इलाज चल रहा है. अपने छोटे कार्यकाल में उन्होंने ग्रामीण विकास, किसानों और बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता दी थी. प्रधानमंत्री और कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में उनका योगदान सराहनीय रहा. उनकी तबीयत बिगड़ने से देशभर में समर्थकों में चिंता का माहौल है.

HD Deve Gowda Hospitalized : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवेगौड़ा को संक्रमण के चलते बेंगलुरु के मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, उनकी हालत पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगातार नजर रख रही है और इलाज जारी है. 92 वर्षीय देवेगौड़ा के स्वास्थ्य में गिरावट की खबर से उनके समर्थकों में चिंता की लहर दौड़ गई है.
वर्तमान स्थिति पर अस्पताल का बयान
प्रधानमंत्री रहते देश को दी कई योजनाएं
एचडी देवेगौड़ा ने 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक भारत के 11वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था. उनका कार्यकाल भले ही एक वर्ष से कम रहा, लेकिन उन्होंने आर्थिक नीतियों और ग्रामीण विकास को लेकर कई ऐतिहासिक फैसले लिए. 1996-97 का “सपनों का बजट” विशेष रूप से किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों पर केंद्रित था. यही नहीं, उन्होंने संयुक्त मोर्चा गठबंधन का नेतृत्व किया, जिसमें कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों का समर्थन था.
CM के रूप में प्रभावशाली कार्य
प्रधानमंत्री बनने से पहले देवेगौड़ा 1994 से 1996 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी रहे. इस दौरान उन्होंने सिंचाई परियोजनाओं, ग्रामीण सड़क नेटवर्क और बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता दी. बेंगलुरु को आईटी हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी उनकी नीतियों ने बड़ी भूमिका निभाई.
देवेगौड़ा की राजनीतिक विरासत
देवेगौड़ा की पहचान एक मजबूत क्षेत्रीय नेता, किसान हितैषी राजनीतिज्ञ और सादगी पसंद नेता के रूप में रही है. वे दक्षिण भारत के उन गिने-चुने नेताओं में से हैं जिन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में भी गहरी पकड़ बनाई. उनकी पार्टी जनता दल (सेक्युलर) आज भी कर्नाटक की राजनीति में अहम भूमिका निभा रही है. उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जिससे उनकी राजनीतिक विरासत और मजबूत हुई है.
समर्थकों की चिंता और देश की निगाहें
92 वर्षीय नेता की तबीयत बिगड़ने की खबर से न केवल कर्नाटक बल्कि पूरे देश में उनके समर्थकों के बीच चिंता का माहौल है. उनका जीवन संघर्ष, सादगी और सेवा की मिसाल रहा है. स्वास्थ्य को लेकर अगले 24–48 घंटे बेहद अहम माने जा रहे हैं.


