गोल्डन टेंपल को बम से उड़ाने की फिर मिली धमकी, SGPC ने कहा- गुरुओं की आवाज दबाना चाहते हैं कुछ लोग
गोल्डन टेंपल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और डॉग स्क्वायड तैनात कर दिया गया है. BSF और पुलिस कमांडो तैनात कर दिए गए हैं. सोमवार और मंगलवार को भी मेल भेजकर गोल्डन टेंपल को उड़ाने की धमकी दी गई थी, पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच में लग गई है. लेकिन अब तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि ये धमकियां कौन भेज रहा है.

Golden Temple: अमृतसर, 16 जुलाई 2025: पवित्र सिख तीर्थ स्थल गोल्डन टेंपल को लगातार तीसरे दिन बम से उड़ाने की धमकी मिली है, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) को ईमेल के जरिए भेजी गई इस धमकी में दावा किया गया है कि पाइपों में आरडीएक्स भरकर गोल्डन टेंपल में विस्फोट किए जाएंगे. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए स्वर्ण मंदिर और इसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व रूप से कड़ा कर दिया गया है. पुलिस, बीएसएफ, और कमांडो दस्तों के साथ-साथ डॉग स्क्वायड को भी तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.
धमकी और पुलिस कार्रवाई
पिछले तीन दिनों से गोल्डन टेंपल को निशाना बनाने की धमकियां लगातार मिल रही हैं. सोमवार और मंगलवार को भी एसजीपीसी को इसी तरह के धमकी भरे ईमेल प्राप्त हुए थे, जिनमें स्वर्ण मंदिर को उड़ाने की बात कही गई थी. पहले दिन ही पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया था, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि ये धमकियां कौन और क्यों भेज रहा है. एसजीपीसी के सचिव प्रताप सिंह ने कहा, “कुछ शरारती तत्वों की तरफ से धमकी दी गई है. वे सिर्फ गोल्डन टेंपल की बात नहीं करते, वे सभी धर्मों के धार्मिक स्थानों को उड़ाने की बात भी कर रहे हैं. उनका कोई धर्म नहीं होता. ये धर्म से तोड़ने की और एकता को खंडित करने की साजिश है.”
गोल्डन टेंपल की सुरक्षा
धमकियों के मद्देनजर स्वर्ण मंदिर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है. मंदिर के सभी प्रवेश और निकास मार्गों को सील कर दिया गया है, और प्रत्येक श्रद्धालु की गहन जांच की जा रही है. हर आने-जाने वाले व्यक्ति पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रोका जा सके.
मुख्यमंत्री से जांच की मांग
एसजीपीसी ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखा है. एसजीपीसी के सचिव प्रताप सिंह ने पत्र में इस मामले की गहन जांच और आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया है. एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “14 जुलाई से लगातार एसजीपीसी को धमकी भरी ईमेल आ रही हैं. मामले में पुलिस को शामिल किया गया, जिससे पता चल सके कि उक्त घटना के पीछे कौन है. ये ईमेल सीएम भगवंत मान को भी भेजी गई.
सिखों की आस्था पर हमला
तधामी ने आगे कहा, “लंबे समय से हमारे आस्था के केंद्र गोल्डन टेंपल को टारगेट किया जा रहा. गुरुओं द्वारा दिए गए उपदेश कुछ लोगों को अच्छे नहीं लग रहे. सिख संगत का यह केंद्रीय संस्थान है और ऐसी आस्था के केंद्र की सुरक्षा कैसे दांव पर लगाई जा सकती है. कहीं दरबार साहिब में संगत के आवागमन को कम करने की कोई कोशिश तो नहीं हो रही है, इसकी जांच होनी चाहिए.”
गोल्डन टेंपल को मिल रही इन धमकियों ने न केवल सिख समुदाय बल्कि पूरे देश में चिंता की लहर पैदा कर दी है. यह धार्मिक एकता और शांति को भंग करने की कोशिश है, जिसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जरूरत है. प्रशासन और पुलिस से उम्मीद है कि वे इस मामले की तह तक जाएंगे और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएंगे.


