'अबे ओए, विधायक हूं मैं, पुलिस ने रोका तो भड़के विधायक अभिजीत शाह
कांग्रेस विधायक अभिजीत शाह को गेट पर रोक लिया गया और एक पुलिस अधिकारी ने उनका हाथ पकड़ लिया. इससे नाराज विधायक ने जमकर हंगामा किया.

Harda News: मध्यप्रदेश के हरदा जिले में एक विवाद काफी सुर्खियों बटोर रहा है. टिमरनी के कांग्रेस विधायक अभिजीत शाह को कलेक्टर कार्यालय के गेट पर पुलिस अधिकारी द्वारा रोके जाने के बाद हंगामा मच गया. इस दौरान विधायक के साथ हुई बदसलूकी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.घटना 14 जुलाई 2025 की शाम की है, जब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ विधायक अभिजीत शाह कलेक्टर कार्यालय जा रहे थे. इस बीच, एक पुलिस अधिकारी के व्यवहार ने मामला गरमा दिया. दिग्विजय सिंह ने तुरंत अपने बेटे जयवर्धन सिंह को मौके पर भेजकर स्थिति को नियंत्रित कराया. यह घटना हरदा में हाल ही में हुए करणी सेना प्रदर्शन और लाठीचार्ज से जुड़े के कारण चर्चा में है.
कलेक्टर कार्यालय में हंगामा
टिमरनी विधायक अभिजीत शाह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन थोड़ी देरी के कारण वह पीछे रह गए. जैसे ही उन्होंने कार्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की, एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें गेट पर रोक लिया और उनका हाथ पकड़ लिया. इससे नाराज विधायक भड़क गए और अधिकारी से कहा, 'मैं विधायक हूं, हाथ कैसे पकड़ सकते हो.' मेरे कपड़ो से मुझे जज कर रहे हो शायद, जिसके बाद पुलिस ने अपनी गलती मान माफी मांग लिया.
जयवर्धन ने संभाला मोर्चा
जैसे ही हंगामे की खबर दिग्विजय सिंह तक पहुंची, उन्होंने तुरंत अपने बेटे और कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह को मौके पर भेजा. जयवर्धन ने स्थिति को समझा और दोनों पक्षों के बीच बातचीत कर मामला शांत कराया. इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस के व्यवहार पर सवाल उठाए, जिसे लेकर कांग्रेस नेताओं ने कड़ा रुख अपनाया.
करणी सेना लाठीचार्ज विवाद और दिग्विजय सिंह की मांग
हरदा में हाल ही में करणी सेना के प्रदर्शन के दौरान हुए लाठीचार्ज ने भी तूल पकड़ा है. दिग्विजय सिंह ने इस मामले में प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि पुलिस ने राजपूत समाज के लोगों को निशाना बनाया और जिनके नाम के आगे 'सिंह' था, उन्हें पीटा गया. उन्होंने खुलासा किया, 'करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर को होटल से धरनास्थल पर बुलाकर मारपीट की गई.' दिग्विजय सिंह ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए रिटायर्ड जज से न्यायिक जांच की मांग की है. उन्होंने 12 और 13 जुलाई के सीसीटीवी फुटेज की जांच की बात कही और हरदा के कलेक्टर, एसपी, एसडीएम, और एसडीपीओ को तत्काल हटाने की मांग की.
पुलिस की निंदा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने करणी सेना के प्रदर्शनकारियों और राजपूत हॉस्टल में हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा, 'पुलिस ने निर्दोष लोगों पर बर्बरता की, जो पूरी तरह से गलत है.' दिग्विजय सिंह ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना ने हरदा में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
अभिजीत शाह और पुलिस अधिकारी के बीच हुए इस विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो ने जनता के बीच चर्चा को और हवा दी है. लोग इस घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन और पुलिस के रवैये पर सवाल उठा रहे हैं. यह मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है और आने वाले दिनों में और आगे बढ़ सकता है.


