जीएसटी अधिकारी ने फ्लैट से कूदकर की आत्महत्या, पत्नी बोलीं-काम के दबाव के कारण पति ने उठाया यह कदम
मृतक 59 वर्षीय संजय सिंह गाजियाबाद में जीएसटी विभाग में डिप्टी कमिश्नर थे. नोएडा के सेक्टर 75 में स्थित आवासीय परिसर एपेक्स एथेना की 14वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. वह काम के कारण बहुत दबाव में थे. शायद उनके विभाग के सहकर्मी बेहतर जानते होंगे.

काम-जीवन संतुलन पर देश भर में चल रही बहस के बीच जीएसटी अधिकारी की पत्नी ने कहा है कि वह काम के दबाव में था और वह "सिस्टम का शिकार" था. इससे पहले पुलिस ने कहा था कि 59 वर्षीय संजय सिंह पिछले पांच सालों से कैंसर से जूझ रहे थे और इस भयावह संघर्ष ने उन्हें अवसाद में डाल दिया था. पुलिस ने कहा था कि परिवार ने उन्हें बताया था कि कैंसर की लड़ाई ने उन्हें इस हद तक धकेल दिया होगा.
कैंसर जीवन के लिए खतरा नहीं था
श्रीमती सिंह ने मीडिया से बातचीत में इन दावों को खारिज कर दिया और कहा कि संजय सिंह "जीवित" थे और उनका कैंसर "जीवन के लिए खतरा नहीं था". उन्होंने कहा, "उन्होंने मेरे ससुर और मेरी साली का इलाज करवाया. उनका कैंसर जीवन के लिए खतरा नहीं था. वे काम के कारण बहुत दबाव में थे. शायद उनके विभाग के सहकर्मी बेहतर जानते होंगे.
हमें ऐसी किसी बात का डर नहीं था
59 वर्षीय संजय सिंह गाजियाबाद में जीएसटी विभाग में डिप्टी कमिश्नर थे. उन्होंने कल सुबह करीब 11 बजे नोएडा के सेक्टर 75 में स्थित आवासीय परिसर एपेक्स एथेना की 14वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट से कूदकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने कहा, "हमें ऐसी किसी बात का डर नहीं था. यह सामान्य बात नहीं है. वह सिस्टम का शिकार बन गया. अगर कोई इन सवालों का जवाब दे सकता है तो वह मुझसे बात कर सकता है.
सिस्टम है पूरा जिम्मेदार
श्रीमती सिंह ने उन रिपोर्टों को भी खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि उनके पति का प्रोस्टेट कैंसर अंतिम चरण में पहुंच गया है. उन्होंने कहा, "भगवान उन्हें माफ करें. मैं सभी को चुप नहीं करा सकती. मेरे पति चौथे चरण के कैंसर के मरीज नहीं थे और मेरे पास इसका सबूत है. जो कुछ भी हुआ है, उसके लिए सिस्टम जिम्मेदार है. इसकी जांच होनी चाहिए."


