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कैसे एक मटन डिश ने बचाई केरल परिवार की जान? पहलगाम आतंकी हमले की हैरान कर देने वाली कहानी

कश्मीर यात्रा पर आए केरल के 11 सदस्यीय परिवार की जान एक नमकीन मटन डिश ने बचाई, जब पहलगाम में आतंकी हमले के दौरान वे समय रहते होटल वापस लौटे.

कश्मीर यात्रा पर केरल के एक 11 सदस्यीय परिवार की जान एक नमकीन मटन डिश ने बचा ली, जब पहलगाम में आतंकी हमले के दौरान गोलियों की आवाजें गूंज रही थी. परिवार के सदस्य लवण्या एल्बी जॉर्ज ने अपनी और अपने परिवार के सदस्यों की इस दर्दनाक घटना की कहानी साझा की. लवण्या और उनका परिवार इस हमले से कुछ ही समय पहले कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बईसरन की ओर जा रहे थे.

लवण्या ने बताया कि उनका परिवार एक होटल के स्थानीय रेस्टोरेंट, मून वॉक में लंच करने के लिए रुका था, लेकिन मटन रिगन जोश की डिश ज्यादा नमकीन होने के कारण उसे फिर से तैयार करने का आग्रह किया. इस कारण उनका बईसरन जाने का समय देर से हुआ. इस छोटी सी देरी ने उनके जीवन को बचा लिया, क्योंकि जब वे बईसरन पहुंचे, तो वहां हड़कंप मचा हुआ था.

कैसे एक मटन डिश ने उनकी जान बचाई

लवण्या और उनका परिवार रविवार और सोमवार को sightseeing के लिए समय नहीं निकाल सके थे, लेकिन मंगलवार को उन्होंने लंच के बाद बईसरन जाने का फैसला किया. लवण्या ने बताया कि हमने होटल में मटन रिगन जोश का ऑर्डर किया, लेकिन डिश में ज्यादा नमक था, जिसे हम सही कराना चाहते थे. इससे हमारी यात्रा में कुछ देरी हुई. ये देरी उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशकिस्मती साबित हुई. 

बईसरन में मची अफरातफरी

लवण्या ने बताया कि हमने देखा कि पहाड़ से घोड़े तेजी से उतर रहे थे और उनके सवार कुछ अनजानी भाषा में चिल्ला रहे थे. पास ही खड़े टैक्सी ड्राइवरों ने हमें बताया कि CRPF और पर्यटकों के बीच झड़प हो रही है. हमें पूरी स्थिति का अनुमान नहीं था, इसलिए हम तुरंत होटल वापस लौट गए.

हालांकि, जब वे होटल लौटे, तब तक उन्हें पता चला कि आतंकवादियों ने 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, जिनमें उनके परिवार के कुछ परिचित भी शामिल थे. लवण्या ने पलावी को देखा, जो कर्नाटका के रहने वाले मंजीनाथ राव की पत्नी थी, जिन्हें आतंकवादियों ने मारा था. पलावी की आंखों में आंसू थे, लेकिन तब तक परिवार को पूरी स्थिति का पता नहीं चला था.

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की

इस हमले के बाद, भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कुछ कड़े कदम उठाने का फैसला लिया है. बुधवार को केंद्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में इन फैसलों पर चर्चा की गई और कुछ सख्त कदम उठाने की घोषणा की गई. भारत ने तत्काल प्रभाव से अटारी-वाघा सीमा पर स्थित एकीकृत जांच चौकी (Integrated Check Post) को बंद कर दिया है. इस सीमा से होकर भारत में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों को 1 मई 2025 से पहले वापस जाने के लिए कहा गया है. भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 के सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया है, जो अब तक तीन युद्धों - 1965, 1971 और 1999 - के बावजूद अस्तित्व में था. भारत ने ये भी फैसला लिया है कि अब पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना (SVES) के तहत भारत यात्रा की अनुमति नहीं होगी.

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24 April 2025, 12:39 PM IST

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