एक मुगल बादशाह का गलत फैसला, जिसने भारत को 200 साल तक गुलाम बना दिया!
मुगल साम्राज्य के एक कमजोर बादशाह, फर्रुखसियर के गलत फैसले ने भारत की तक़दीर बदल दी. उसने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत में व्यापार करने की छूट दी और उस पर कोई कर भी नहीं लगाया. इसके बाद कंपनी ने धीरे-धीरे अपना प्रभाव बढ़ाया और 200 साल तक भारत पर राज किया. जानिए वो कौन सा अहम फैसला था जिसने भारत को गुलामी की ओर धकेल दिया. पूरी कहानी जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर!

Mughal History: मुगल साम्राज्य ने भारत पर लगभग 300 साल तक शासन किया था. बाबर से लेकर औरंगजेब तक कई महान मुगल शासकों ने इस देश में अपनी छाप छोड़ी, जिनमें से कुछ ने शानदार निर्माण किए और भारत में अपना प्रभाव बढ़ाया. लेकिन एक मुगल बादशाह का गलत निर्णय था जिसने भारत को 200 सालों तक गुलामी के जाल में फंसा दिया.
फर्रुखसियर का राज और उसकी कमजोरियां
औरंगजेब के पोते फर्रुखसियर के बारे में कहा जाता है कि उसने मुगलों को बर्बादी की ओर धकेला. फर्रुखसियर 1713 में गद्दी पर बैठा था लेकिन वह असल में एक नाम का शासक था. असली ताकत सैयद बंधुओं के हाथ में थी जिन्होंने दरबार के सभी अहम फैसले किए. फर्रुखसियर की स्थिति इतनी कमजोर थी कि उसे सैयद बंधुओं की इच्छा के मुताबिक चलना पड़ा.
ब्रिटिश कंपनी को व्यापार की अनुमति
1717 में फर्रुखसियर ने एक ऐसा निर्णय लिया, जिसने भारत की तक़दीर बदल दी. उसने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत में व्यापार करने की अनुमति दे दी, और सबसे बड़ी बात यह थी कि उस पर कोई भी कर (टैक्स) नहीं लगाया गया. इस निर्णय का नतीजा यह हुआ कि ईस्ट इंडिया कंपनी को ओडिशा, बंगाल और बिहार में कर-मुक्त व्यापार की अनुमति मिल गई, जिससे कंपनी ने धीरे-धीरे अपने प्रभाव का विस्तार करना शुरू कर दिया.
राजनैतिक कलह का फायदा उठाती अंग्रेजी कंपनी
हालांकि, फर्रुखसियर के अपने ही दरबार में ताकतवर सैयद बंधुओं से लगातार संघर्ष हो रहा था. एक समय आया जब सैयद बंधुओं ने साजिश रचकर फर्रुखसियर के किले पर हमला कर दिया. फर्रुखसियर अपने परिवार के साथ किले में छिप गया, लेकिन आखिरकार उसे ढूंढ लिया गया और उसे अंधा कर दिया गया, फिर उसकी हत्या कर दी गई. इस आपसी कलह और राजनीतिक संघर्ष का फायदा अंग्रेजों ने उठाया.
भारत पर 200 सालों तक अंग्रेजों का राज
फर्रुखसियर की हत्या और मुगलों की कमजोर स्थिति का सबसे बड़ा फायदा ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को मिला. धीरे-धीरे अंग्रेजों ने भारत में अपनी स्थिति मजबूत करना शुरू किया और अंत में भारत पर 200 सालों तक राज किया.
फर्रुखसियर का यह गलत निर्णय भारत की किस्मत बदलने वाला साबित हुआ. ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को व्यापार करने की जो छूट मिली, वह अंततः भारत में ब्रिटिश हुकूमत के स्थापना का कारण बनी. अगर फर्रुखसियर ने उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी पर कर लगाया होता, तो शायद इतिहास कुछ और होता.
यह घटना हमें यह सिखाती है कि एक गलत निर्णय देश की पूरी तक़दीर बदल सकता है. मुगलों के पतन और भारत की गुलामी की यह कहानी इतिहास में एक काला अध्याय बनकर रह गई.


