क्या भविष्य में विमान की गति से भी तेज दौड़ेगी ट्रेन? IIT चेन्नई के छात्र का 1000 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चलाने का दावा
अकसर सुनने में आता है कि ट्रेन की गति 100 किलोमीटर से लेकर 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक होती है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में आईआईटी चेन्नई में एक ट्यूब का निरीक्षण किया. इसमें दावा किया गया है कि ट्रेन 1000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आईआईटी मद्रास में एक युवा इंजीनियरों की टीम इस पर काम कर रही है.

आपने हमेशा सुना होगा कि ट्रेनों की रफ्तार 100 किलोमीटर से लेकर 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक होती है. लेकिन अब ऐसा होने जा रहा है कि ट्रेन की बोगियां उड़ती हुई नजर आएंगी. यह सुनने में अजीब जरूर लग सकता है, लेकिन यह सच होने जा रहा है और इसका क्रेडिट जाता है आईआईटी चेन्नई के छात्रों को. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में आईआईटी चेन्नई में एक ट्यूब का निरीक्षण किया. इसमें दावा किया गया है कि ट्रेन 1000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी.
हाइपरलूप सिस्टम एक 400 मीटर का पॉड
रेल मंत्री ने कहा कि आईआईटी मद्रास में एक युवा इंजीनियरों की टीम काम कर रही है, जिन्हें रेलवे और इंडस्ट्री का पूरा समर्थन प्राप्त है. उन्होंने बताया कि यह हाइपरलूप सिस्टम एक 400 मीटर का पॉड है, जो वैक्यूम तकनीक से काम करता है. इसमें मैग्नेटिक लैविटेशन की मदद से ट्रेन ट्रैक से ऊपर उठकर हवा में तैरती है, जिससे घर्षण बिल्कुल खत्म हो जाता है. इससे ट्रेन की रफ्तार 1100 से 1200 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.
मंत्री ने यह भी बताया कि आईसीएफ के जनरल मैनेजर से कहा गया है कि वंदे भारत जैसी ट्रेनों के लिए जो उच्च गुणवत्ता वाले इलेक्ट्रॉनिक्स इस्तेमाल होते हैं. वहीं, इस हाइपरलूप प्रोजेक्ट में भी लगाए जाएं. वर्तमान में हाइपरलूप पर काम परीक्षण स्तर पर है. इसका विकास भारतीय रेलवे और सरकार के समर्थन से हो रहा है.
422 मीटर का सफल ट्रैक परीक्षण
आईआईटी मद्रास ने 422 मीटर का सफल ट्रैक परीक्षण किया है. अब 50 किलोमीटर के हाइपरलूप कॉरिडोर के विकास पर काम चल रहा है, जो दुनिया का सबसे लंबा हाइपरलूप ट्रैक बन सकता है. इस पॉड में 1000 किलो तक का सामान या 11 यात्री सवारी कर सकते हैं. इसकी गति विमान की गति से भी ज्यादा होगी.


