UAE-जापान में भारत की सर्जिकल डिप्लोमैटिक स्ट्राइक, खोली पाकिस्तान की आतंकी फाइल!
India Diplomatic Outreach: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी कूटनीतिक रणनीति को तेज करते हुए यूएई और जापान में उच्चस्तरीय वार्ताएं कीं. इन मुलाकातों का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान से उत्पन्न आतंकवाद के खतरे को उजागर करना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता का संदेश देना था.

India Diplomatic Outreach: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी वैश्विक कूटनीतिक पहल को तेज कर दिया है, जिसमें उसने पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद के खतरे को उजागर किया है. भारत के विभिन्न दलों के प्रतिनिधि मंडल यूएई और जापान में पहुंचे और वहां उच्च स्तरीय वार्ताओं में पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर अपना पक्ष रखा. यह पहल न केवल पाकिस्तान के आतंकवाद के नेटवर्क को उजागर करती है, बल्कि भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को भी मजबूती से पेश करती है.
भारत ने इस मिशन के तहत यूएई और जापान में अपनी स्थिति को मजबूती से प्रस्तुत किया और इन दोनों देशों से आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता की अपील की. दोनों देशों के नेताओं से की गई मुलाकातों में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को रोकने के लिए सहयोग का आग्रह किया.
#WATCH | The all-party delegation of MPs led by Shiv Sena MP Shrikant Shinde meets with Dr. Ali Rashid Al Nuami, Chairman of the Defence Affairs, Interior & Foreign Affairs Committee, UAE Federal National Council in Abu Dhabi pic.twitter.com/Sje63xGP36
— ANI (@ANI) May 22, 2025
यूएई में भारत की मजबूत कूटनीति
भारत के प्रतिनिधिमंडल ने यूएई में अपने दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण नेताओं से मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे ने किया. शिंदे ने यूएई के उच्चतम नेताओं से मुलाकात की, जिसमें शेख नहयान बिन मुबारक अल नहयान और डॉ. अली अलनुआइमी शामिल थे. भारत ने इन मुलाकातों में अपनी कड़ी प्रतिबद्धता जाहिर की और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर काम करने की बात की.
भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, "आतंकवाद के खिलाफ हम सब एक हैं! ऑल-पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने अबू धाबी में महामहिम शेख नहयान बिन मुबारक अल नहयान से मुलाकात की और आतंकवाद के खिलाफ अपने मजबूत संकल्प को फिर से व्यक्त किया." शिंदे ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान द्वारा बढ़ाए जा रहे आतंकवाद के खतरे से यूएई के नेताओं को अवगत कराया.
जापान में पाकिस्तान पर भारत का दबाव
दूसरी ओर, जापान में भारत का प्रतिनिधिमंडल, जिसका नेतृत्व जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय झा कर रहे थे, ने भी आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया. जापान में भारत के प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्री ताकेशी इवाया, पूर्व प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और जापान-भारत एसोसिएशन के प्रमुख से मुलाकात की. इन मुलाकातों में भारत ने अपने राष्ट्रीय एकता और आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ संकल्प को साझा किया.
भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, "ऑल-पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने जापान के विदेश मंत्री से मुलाकात की और भारत के आतंकवाद के खिलाफ मजबूत संकल्प को पुनः व्यक्त किया. जापान ने भारत के पक्ष में अपनी संकल्पबद्धता को जताया." इसके अलावा, जापान के प्रमुख थिंक टैंकों के साथ भी एक महत्वपूर्ण संवाद हुआ, जिसमें क्षेत्रीय सुरक्षा और राज्य प्रायोजित आतंकवाद पर चर्चा की गई.
भारत की वैश्विक आतंकवाद विरोधी पहल
भारत की इस वैश्विक आतंकवाद विरोधी पहल का उद्देश्य दुनिया भर के देशों को पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की वास्तविकता से अवगत कराना है. भारत ने यह स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और जवाबदेही की आवश्यकता है. भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने यूएई और जापान में आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता की अपील की और इसे भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक प्रमुख मुद्दा बताया.
भारत ने पाकिस्तान से जुड़ी आतंकवादी गतिविधियों के बारे में पूरी दुनिया को सतर्क किया है और आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की अहमियत को रेखांकित किया है. भारत का यह कदम पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ कड़े वैश्विक दबाव को बढ़ाने का संकेत है, जिससे आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सामूहिक प्रयासों को और मजबूती मिल सकती है.
महत्वपूर्ण मुलाकातें
यूएई में:
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शेख नहयान बिन मुबारक अल नहयान से मुलाकात
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डॉ. अली अलनुआइमी से आतंकवाद पर चर्चा
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भारतीय दूतावास ने साझा किया आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों का मजबूत संकल्प
जापान में:
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विदेश मंत्री ताकेशी इवाया से चर्चा
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पूर्व प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा से बैठक
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जापान-भारत एसोसिएशन के प्रमुख से संवाद


