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युद्ध हुआ तो मिट जाएगा पाकिस्तान का नामोनिशान! भारत का रक्षा बजट पाकिस्तान से 9 गुना ज्यादा, SIPRI रिपोर्ट में खुलासा

2024 में भारत ने रक्षा पर करीब 86.1 अरब डॉलर खर्च किए, जो पाकिस्तान के खर्च (10.2 अरब डॉलर) से 9 गुना ज्यादा है. इससे भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश बन गया है. यह जानकारी SIPRI की रिपोर्ट से सामने आई है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

भारत ने 2024 में पाकिस्तान की तुलना में नौ गुना अधिक रक्षा खर्च किया है, जिससे यह दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश बन गया है. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, भारत का सैन्य खर्च 1.6% बढ़कर 86.1 अरब डॉलर पहुंच गया, जबकि पाकिस्तान ने इसी अवधि में 10.2 अरब डॉलर खर्च किए.

यह रिपोर्ट ऐसे समय में सामने आई है जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत-पाक के बीच तनाव चरम पर है. भारत ने हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है और कड़ा कूटनीतिक जवाब भी दिया है.

पाकिस्तान से नौ गुना ज्यादा भारत का रक्षा बजट

SIPRI की “विश्व सैन्य व्यय 2024 के रुझान” रिपोर्ट के अनुसार, 2015 के मुकाबले भारत ने अपने रक्षा बजट में 42% की वृद्धि की है. पाकिस्तान जहां अपनी सीमित अर्थव्यवस्था के चलते 10.2 अरब डॉलर पर अटका रहा, वहीं भारत ने सैन्य आधुनिकीकरण, सुरक्षा तैयारियों और हथियारों के आयात-निर्यात में भारी निवेश जारी रखा.

वैश्विक रक्षा खर्च में रिकॉर्ड वृद्धि

2024 में वैश्विक रक्षा खर्च 9.4% की सालाना वृद्धि के साथ 2718 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो शीत युद्ध के बाद की सबसे तेज वृद्धि है. इस खर्च में अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी और भारत जैसे टॉप-5 देशों का संयुक्त हिस्सा 60% यानी 1635 अरब डॉलर रहा. रिपोर्ट के अनुसार, “Spending has increased every year for a full decade, going up by 37% between 2015 and 2024.”

भारत-पाक तनाव के बीच रिपोर्ट का महत्व

रिपोर्ट ऐसे वक्त में सामने आई है जब कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत और 15 घायल हुए हैं. भारत ने हमले की ज़िम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित ‘The Resistance Front’ पर डाली है, जो लश्कर-ए-तैयबा का ही एक छद्म रूप माना जाता है.

भारत ने इसके जवाब में कई सख्त कदम उठाए हैं, जैसे कि 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करना, द्विपक्षीय संबंधों को घटाना और अटारी चेकपोस्ट को बंद करना.

चीन ने बढ़ाया सैन्य खर्च

चीन का रक्षा बजट 2024 में 7% बढ़कर 314 अरब डॉलर हो गया. यह लगातार तीसरा दशक है जब चीन ने अपने सैन्य खर्च में वृद्धि की है. चीन ने साइबर वॉरफेयर क्षमताओं और परमाणु शस्त्रागार के विस्तार में भी निवेश किया है. SIPRI रिपोर्ट में कहा गया, “एशिया और ओशिनिया में कुल सैन्य खर्च का 50% हिस्सा चीन का है।”

रूस-यूक्रेन युद्ध का असर

यूरोप और पश्चिम एशिया में युद्ध के चलते सैन्य खर्च तेजी से बढ़ा है. रूस ने 2024 में 149 अरब डॉलर खर्च किए, जो उसकी GDP का 7.1% और सरकारी खर्च का 19% है. वहीं, यूक्रेन ने 64.7 अरब डॉलर खर्च किए, जो उसकी GDP का 34% है — किसी भी देश के मुकाबले सबसे अधिक.रिपोर्ट में कहा गया, “यूक्रेन वर्तमान में अपना सारा कर राजस्व अपनी सेना को आवंटित करता है.”

जर्मनी और पोलैंड ने भी किया भारी निवेश

2024 में जर्मनी का सैन्य खर्च 28% बढ़कर 88.5 अरब डॉलर हो गया, जिससे वह यूरोप में सबसे बड़ा खर्चकर्ता बन गया. पोलैंड ने भी अपने रक्षा बजट में 31% की बढ़त दर्ज की और कुल खर्च 38 अरब डॉलर तक पहुंच गया. SIPRI की रिपोर्ट भारत की सैन्य शक्ति और रणनीतिक तैयारियों की ओर स्पष्ट संकेत देती है. पाकिस्तान के मुकाबले भारत की सैन्य ताकत में भारी अंतर उभरकर सामने आया है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा के संतुलन को प्रभावित कर सकता है.

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29 April 2025, 11:21 AM IST

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