बीच रास्ते से अचानक दिल्ली लौटी इंडिगो की फ्लाइट, यात्रियों ने एयरपोर्ट पर दिया धरना; एयरलाइन ने दी सफाई
दिल्ली–दरभंगा के लिए रवाना हुई इंडिगो फ्लाइट 6E-360 उड़ान भरने के बाद परिचालन समय सीमा के कारण वापस दिल्ली लौट आई. इसके बाद यात्रियों ने रनवे पर धरना दिया, लेकिन CISF की त्वरित सक्रियता से जल्द शांतिपूर्ण रूप से हटा लिया गया. एयरलाइन ने यात्रियों को रिफंड, रिज़र्वेशन या वैकल्पिक फ्लाइट की सुविधा तथा जलपान मुहैया कराया.

दिल्ली से दरभंगा जाने वाली इंडिगो की उड़ान गुरुवार को अचानक दिल्ली लौटकर इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर पहुंची, इसके बाद यात्रियों ने एयरपोर्ट पर ही बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. यह घटना उड़ान के लेट होने और परिचालन समय सीमा से जुड़ी देरी के कारण हुई. इसके चलते कई यात्री न सिर्फ गुस्साए, बल्कि रनवे पर धरना तक दे डाला.
क्यों रद्द हुई फ्लाइट?
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में मौसम की खराब स्थिति के कारण यह उड़ान देरी से रवाना हुई. जैसे ही विमान उड़ान भरने में सफल हुआ, दरभंगा हवाई अड्डे की लैंडिंग समय सीमा समाप्त हो चुकि थी. यह प्रतिबंध 'ऑपरेशनल टाइम लिमिट्स' के चलते लागू था. इस वजह से विमान वापस दिल्ली लौट आया और उड़ान को रद्द करना पड़ा.
रनवे पर विरोध-प्रदर्शन
दिल्ली लौटने के बाद कुछ यात्री रनवे पर ही धरने पर बैठ गए. यह विरोध प्रदर्शन रोष और असमंजस का परिणाम था. सुरक्षाबलों और CISF कर्मियों ने तत्काल हस्तक्षेप कर यात्रियों को शांत वार्ता से समझाया और कुछ ही मिनटों में प्रदर्शन समाप्त करवा दिया गया.
एयरलाइन की प्रतिक्रिया
इंडिगो एयरलाइन ने इस आपदा में यात्रियों को राहत देने का प्रयास किया. यात्रियों को विकल्प दिए गए या तो नई उड़ानों पर जाना, अपनी उड़ान फिर से बुक करना या पूरा पैसा वापस पाना संभव है. साथ ही एयरलाइन ने जलपान की व्यवस्था भी सुनिश्चित की.
पिछली घटनाओं का सिलसिला
इस घटना से पहले भी इंडिगो हालात से जूझ चुकी है. 2018 में गुवाहाटी के लिए उड़ान में देरी के दौरान यात्री रनवे के नजदीक धरने पर बैठ गए थे. उस वक्त उड़ान पांच घंटे देरी से रवाना हुई थी, और CISF को काबू पाना पड़ा था. यह बताता है कि यात्रियों के निराशा व्यक्त करने का तरीका बार-बार एक जैसा रहा है.


